दून विवि में होगी शोधार्थियों हेतु सात दिवसीय कार्यशाला

देहरादून। दून विवि में शोधार्थियों के लिए सात दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (भारत सरकार) की ओर से ‘स्तुति नामक इस कार्यशाला में देशभर से शोधार्थी भाग ले रहे हैं। कार्यशाला का उद्घाटन उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत और विवि की कुलपति डा. सुरेखा डंगवाल ने किया। कुलपति डा. सुरेखा डंगवाल ने कहा कि ये कार्यशाला विवि के साथ ही अन्य संस्थानों के शोधार्थियों के लिए बेहद अहम होगी। इससे उन्हें काफी कुछ जानने का मौका मिलेगा। जिससे उन्हें शोधों की गुणवत्ता सुधारने का मौका मिलेगा। इससे आने वाले समय में होने वाले शोधों की गुणवत्ता भी सुधरेगी। इस कार्यक्रम के मुख्य कोऑर्डिनेटर डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि भारत सरकार का उद्देश्य पूरे देश में विज्ञान और तकनीकी अवसंरचना तक सभी की खुली पहुंच के माध्यम से मानव संसाधन और उसकी क्षमता का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को विवि अपने स्वयं के उपकरणों पर प्रशिक्षण आयोजित कर रहा है। वहीं इस कार्यक्रम का उद्देश्य, सामग्री, मॉड्यूल, सत्र योजना, कार्यप्रणाली, शिक्षा शास्त्र तैयार करना भी है। कार्यक्रम के आगामी सत्रों में प्रो. पी बलराम प्रसिद्ध शिक्षाविद पद्म भूषण प्रो. पी बलराम भी आएंगे। दून विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. एमएस मंदरवाल ने बताया कि परियोजना प्रबंधन इकाई (पीएमयू) का एक अन्य उद्देश्य लघु प्रशिक्षण और लोकप्रिय विज्ञान कार्यक्रमों के माध्यम से स्कूली छात्रों (विज्ञान स्ट्रीम) के लिए अनुसंधान एवं विकास उपकरण, सुविधा पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना भी है। इस दौरान मुख्य सलाहकार प्रो. कुसुम अरुणाचलम, समन्वयक डॉ. नरेंद्र रावल, डॉ. विजय श्रीधर, डॉ. विपिन के. सैनी, डॉ. चारु द्विवेदी, डॉ. हिमानी शर्मा और डॉ. प्रीति मिश्रा, डॉ. राजेश भट्ट, प्रो. हर्ष पति डोभाल, डॉ. प्रीति मिश्रा, डॉ. चारू द्विवेदी, डॉ. हिमानी, नरेंद्र लाल आदि उपस्थित थे।


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