दून लाइब्रेरी ने लगाई स्वतंत्रता आंदोलन और उत्तराखंड आंदोलन की घटनाओं पर आधारित प्रदर्शनी

देहरादून। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और उत्तराखंड आंदोलन की घटनाओं पर केंद्रित एक प्रदर्शनी का आयोजन होटल इंद्रलोक राजपुर रोड में किया जा रहा है। यह प्रदर्शनी आम दर्शकों के लिए 30 नवम्बर तक खुली रहेगी। पद्मश्री व साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित लीलाधर जगूड़ी ने देर शाम प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। प्रदर्शनी की संकल्पना एवं निर्देशन सुरजीत किशोर दास पूर्व मुख्य सचिव उत्तराखंड शासन ने की है। इतिहासकार डा. योगेश धस्माना के संग्रह से ली गई सामग्री पर आधारित इस प्रदर्शनी का उद्देश्य लोगों को गढ़वाल और कुमाऊं के समाचार पत्रों के माध्यम से भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और उत्तराखंड राज्य आंदोलन की घटनाओं की जानकारी उपलब्ध कराना है। डा. योगेश धरमाना ने बताया कि उत्तराखंड में 19वीं सदी के अंतिम दशकों से लेकर 20वीं सदी प्रारंभिक पांच दशकों तक जनजागरण सामाजिक संस्थाओं के विकास से सामाजिक चेतना और 1930 से 1949 तक टिहरी रियासत के भारतीय गणराज्य में विलय तक राजनीतिक चेतना को लेकर महत्वपूर्ण सामग्री प्रदर्शनी में उपलब्ध है। लीलाधर जगूड़ी ने इस तरह के प्रदर्शनी युवा पीढ़ी के लिए महत्वपूर्ण बताया। संचालन निकोलस होफलैण्ड व धन्यवाद ज्ञापन संस्थान के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने दिया। मौके पर प्रो. एएन पुरोहित, कला केंद्र के कर्नल दुग्गल, कुसुम नौटियाल, मुनिराम सकलानी, मुकेश नौटियाल, जय सिंह रावत आदि उपस्थित रहे। प्रदर्शनी की कुछ सामग्री इतिहासकार प्रो. शेखर पाठक, शंकर सिंह भाटिया के सौजन्य से भी प्राप्त हुई है। दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के सलाहकार प्रो.बीके जोशी व निदेशक एन रविशंकर का समुचित मार्गदर्शन इसमें मिला है।