दून अस्पताल में डॉक्टरों में विवादों की झड़ी, अब ऐसे सुधरेगी सेंट्रल लैब की व्यवस्था

देहरादून(आरएनएस)।   दून मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में डॉक्टरों की गुटबाजी एवं विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। कई विभागों में फिर से विवाद सामने आए हैं। प्राचार्य तक मामले पहुंचने पर जांच शुरू की गई है। डॉक्टरों में विवाद से अस्पताल अव्यवस्था से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। कैंसर रोग विभाग में दो डॉक्टरों में विवाद हो गया। प्राचार्य डॉ. गीता जैन से शिकायत पर एमएस डॉ. अनुराग अग्रवाल ने दोनों से  वार्ता की। एक डॉक्टर ने छुट्टी नहीं देने एवं उनका इलाज काट देने के आरोप लगाए। दूसरे ने उनका कहना नहीं मानने एवं बिना बताए छुट्टी चले जाने की बात कही। एमएस ने दोनों को समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा। एमएस बोले, रिपोर्ट प्राचार्य को दी जा रही है। इमरजेंसी से पीडिया के डॉक्टरों के न आने पर मैसेज ग्रुप में डाले जाने को लेकर भी विवाद की स्थिति बन गई है। बाल रोग विभाग का कहना है कि ईएमओ प्राथमिक उपचार दें और यदि जेआर एवं एसआर नहीं आते तो फैकल्टी को फोन करें। ग्रुप में मैसेज के बजाय फोन किया जाए। मरीजों की संख्या पर भी आपत्ति जताई।
उधर, इमरजेंसी से कहा गया है कि ऑन कॉल डॉक्टरों के न आने से मरीजों के तीमारदार हंगामा करते हैं, जिससे दिक्कत होती है। एमएस ने बताया कि एचओडी एवं एक वरिष्ठ डॉक्टर उनके पास आए थे। स्पष्ट किया गया है कि मैसेज में लड़ाई न की जाएं, जो आपत्ति है वह लिखित में दें।
उधर, बॉयोकेमेस्ट्री विभाग में एक महिला डॉक्टर ने एक वरिष्ठ चिकित्सक पर आरोप लगाकर शिकायत की है। अनुशासन कमेटी इसमें जांच कर रही है। वहीं, नेत्र रोग विभाग में नोटिस को लेकर तनातनी बनी है। अभी तक जवाब नहीं दिया गया है। सर्जरी विभाग में एचओडी को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं होने से यहां भी असमंजस की स्थिति बनी है। कॉलेज एवं अस्पताल में गुटबाजी एवं विवादों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी नाराजगी जता चुके हैं।

खून की जांच को छह नई मशीनें, ऑनलाइन मिलेगी रिपोर्ट
दून अस्पताल की सेंट्रल लैब में खून की जांचों की व्यवस्था में सुधार होगा। यहां पर डेढ़ सप्ताह में दो नई मशीनें एवं छह सप्ताह में चार नई मशीनें एजेंसी लगवाएगी। इसके अलावा तीन तकनीशियन एवं एक सुपरवाइजर की नियुक्ति होगी। ऑनलाइन रिर्पोटिंग के लिए छह सप्ताह का समय दिया गया है। ऑनलाइन रिर्पोटिंग होने से मरीजों को रिपोर्ट के लिए अस्पताल के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल की सेंट्रल लैब में मशीनों की लगातार खराबी, रिपोर्टिंग में देरी आदि की समस्याओं पर पीओसीटी एजेंसी के पदाधिकारी लखनऊ से दून पहुंचे। अस्पताल अफसरों ने उनसे वार्ता की। लैब से जुड़े डॉक्टरों ने समस्याओं का पुलिंदा उनके सामने रख दिया। अफसरों ने इन समस्याओं को दूर करने के लिए निर्देशित किया।

24 घंटे में बाहर से करानी होगी जांच
एमएस डॉ. अनुराग अग्रवाल के मुताबिक मशीन खराब होने पर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट बाहर से कराने, अस्पताल एवं लैब का पोर्टल लिंक होने, डॉक्टरों, मरीजों को रिपोर्ट ऑनलाइन दिए जाने पर सहमति बन गई है। लैब में जो बैटरियां रखी हैं, उन्हें हटवाने को कहा। छठे माले पर लैब शिफ्ट करने पेंच फंस गया है। इस दौरान प्राचार्य डॉ. गीता जैन एमएस डॉ. अनुराग अग्रवाल, डीएमएस डॉ. धनंजय डोभाल, लैब प्रभारी डॉ. निधि नेगी, तीनों विभाग एचओडी डॉ. नवीन चंद्र थपलियाल, डॉ. शलभ जौहरी और डॉ. राजीव कुशवाह आदि रहे।

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