दून अस्पताल में निमोनिया से 45 दिन के बच्चे की मौत, अपने बच्चे का रखें खास ख्याल

देहरादून। दून अस्पताल के बाल रोग विभाग में भर्ती 45 दिन के एक बच्चे की निमोनिया की वजह से बुधवार को मौत हो गई। 45 दिन के बच्चे की मौत पर परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था। वही डॉक्टर और स्टाफ भी गमगीन थे। बाल रोग विभाग के एचओडी डॉ अशोक कुमार ने बताया कि बच्चे को मंगलवार को दोपहर के समय भर्ती कराया गया था। बच्चे को गंभीर निमोनिया था। सुबह करीब आठ बजे बच्चे की मौत हो गई। बच्चे को यूनिट दो की टीम डॉ. तनवी, डॉ आयशा, डॉ राजन ने पूरा उपचार दिया। बच्चे को वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन उस को बचाया नहीं जा सका।

झोलाछाप के चक्कर में न पड़े, विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाएं
बाल रोग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. विशाल कौशिक ने कहा कि बच्चों के मामले में जरा भी लापरवाही परिजन न बरतें। झोलाछाप से उपचार न कराएं, कई मामलों में देखा गया है कि जब हालत बिगड़ती है तो दून अस्पताल लेकर पहुंचते हैं। बच्चे को जरा भी दिक्कत होने पर तुरंत अस्पताल लाए। निमोनिया गर्मी में भी हो सकता है। इसलिए जागरूकता जरूरी है। बच्चों को निमोनिया से बचाव के लिए उनका बचाव करें। बच्चों को संतुलित आहार दें, खुद से उपचार न कर बच्चो के डॉक्टर को दिखाएं। बच्चों को नंगे पैर बिल्कुल न चलने दें। धूम्रपान, धुंए से बच्चो को दूर रखें। बच्चों को अच्छी खुराक दें, खूब पानी और तरल पदार्थ दें। बच्चों की साफ सफाई का विशेष ख्याल रखें।

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