धूमधाम से मनाया गया भारत रत्न पण्डित गोविंद बल्लभ पंत का 136वां जयंती समारोह
अल्मोड़ा। भारत रत्न पण्डित गोविंद बल्लभ पंत का 136 वां जयंती समारोह जनपद भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अल्मोड़ा लोकसभा सांसद अजय टम्टा ने जीबी पंत की जन्मस्थली ग्राम खूंट में पहुंचकर स्वर्गीय पंत की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया एवं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की तथा समस्त जनपद एवं राज्यवासियों को शूभकामनाएं दी। ग्राम खूंट में अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष रमेश बहुगुणा, उपजिलाधिकारी सदर जयवर्धन शर्मा समेत अन्य ने भी जीबी पंत की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की तथा यहां पर पौधारोपण किया। सांसद अजय टम्टा ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है, कि अंग्रेजी राज की विषम परिस्थितियों में भी पंत जी ने इस क्षेत्र का नाम विभिन्न मंचों पर रोशन किया था। उन्होंने कहा कि तत्कालीन संसाधन विहीन परिस्थितियों में भी उन्होंने अध्यापन के साथ साथ राजनैतिक कार्य, वकालत तथा विभिन्न कार्य करके राष्ट्र को अपना अमूल्य योगदान दिया। उन्होंने कहा कि पंत जी ने संयुक्त प्रांत के मुख्यमंत्री पद को भी सुशोभित कर हमारे पर्वतीय अंचल को गौरवान्वित किया था। उन्होंने कहा कि देश के गृह मंत्री पद को भी उन्होंने सुशोभित कर देश के नक्शे में पहाड़ का नाम रोशन किया था। ग्राम खूंट में पुस्तकालय भवन में आयोजित कार्यक्रम में पंत जी के जीवन के बारे में वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे तथा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
विधायक मनोज तिवारी ने भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी को श्रृद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का अल्मोड़ा की धरती पर जन्म होना हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि साइमन कमीशन जैसे विभिन्न आंदोलनों में उनकी प्रमुख भूमिका रही तथा स्वतंत्रता आंदोलन में भी उन्होंने सक्रिय भागीदारी निभाई। उन्होंने कहा कि उन्होंने सामाजिक समरसता को बनाए रखने में भी महती भूमिका निभाई थी। इस अवसर पर जिलाधिकारी विनीत तोमर, नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, पुलिस उपाधीक्षक विमल प्रसाद समेत अन्य ने भी मॉल रोड स्थित पंत पार्क में भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा, क्षेत्रीय पुरातात्विक अधिकारी सीएस चौहान, ग्राम प्रधान खूंट बलवंत सिंह समेत अन्य उपस्थित रहे।