
श्रीनगर गढ़वाल(आरएनएस)। गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने कहा कि धराली आपदा में अब तक सरकार के पास 43 लोगों के लापता होने का आंकड़ा है। चार दिन तक हेली से चले रेस्क्यू के दौरान आपदाग्रस्त क्षेत्र से कुल 1278 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। राहत एवं पुनर्वास की योजना के लिए शासन द्वारा गठित उच्च स्तरीय कमेटी के लोग भी धराली पहुंचे हैं और नुकसान का बारीकी से सर्वेक्षण कराया जा रहा है। सोमवार सुबह गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने उत्तरकाशी स्थित आपदा स्मार्ट कंट्रोल रूम में प्रेस वार्ता कर धराली आपदाग्रस्त क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि धराली आपदा में 43 लोग लापता हुए हैं, जिनमें नौ आर्मी के जवान, 13 स्थानीय लोग, 24 नेपाली, 13 बिहार और छह लोग यूपी के लापता हैं। उन्होंने कहा कि 29 नेपाली मजदूरों के लापता होने की सूचना मिली थी, जिनमें से 5 मिल गए हैं, बाकी लापता मजूदरों की तलाश की जा रही है। ठेकेदारों और आसपास ग्रामीणों से भी संपर्क किया जा रहा है। धराली हादसे में अभी तक सिर्फ एक लोकल व्यक्ति की डेड बॉडी मिली है। मलबे में कितने दबे हैं, इसकी सही जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है। जरूरी नहीं है कि जो लापता हैं वो मलबे में ही दबे हों। उन्होंने कहा कि धराली में लापता लोगों की तलाश में सर्च ऑपरेशन तेजी के साथ किया जा रहा है। राहत एवं पुनर्वास के लिए बनाई गई 10 सदस्यीय जियॉलॉजिकल सर्वे टीम भी धराली पहुंची है और जब तक नुकसान का पूरा सर्वे नहीं हो जाता, टीम वहीं डटी रहेगी।





