धामी सरकार का नगर निगम-निकायों पर बड़ा फैसला
![](https://rnsindianews.com/wp-content/uploads/2022/03/WhatsApp-Image-2022-03-09-at-9.52.12-AM-650x450.jpeg)
![](https://rnsindianews.com/wp-content/uploads/2023/07/navneet-Banner_speed.gif)
देहरादून। सीएम पुष्कर सिंह धामी सरकार ने नगर निगम, निकायों पर फैसला लिया है। उत्तराखंड में अब में दो दिसंबर से नगर निगमों की जिम्मेदारी जिलाधिकारी और अन्य निकायों का कामकाज एसडीएम रैंक के अधिकारी संभालेंगे। प्रशासक की नियुक्ति छह माह के लिए की जाएगी। निकायों के वर्तमान बोर्ड की पहली बैठक पांच साल पहले दो दिसंबर को आयोजित हुई थी, इस बार फिर चुनाव समय पर नहीं होने के कारण शहरी विकास विभाग आगामी एक दिसंबर को निकायों में प्रशासक की नियुक्ति करने की तैयारी कर रहा है। नगर निगम की जिम्मेदारी जिलाधिकारी, जबकि नगर पालिका और नगर पंचायतों की जिम्मेदारी एसडीएम स्तर के अधिकारियों को सौंपी जाएगी। इस दिन 84 निकायों में प्रशासक नियुक्त किए जाएंगे, जबकि बाजपुर नगर पालिका का कार्यकाल जुलाई और रुड़की नगर निगम का कार्यकाल अगले साल नवंबर तक शेष होने के कारण,यहां निर्वाचित बोर्ड काम करता रहेगा। इसमें भी रुड़की में मेयर का पद रिक्त चल रहा है, जहां पहले ही जिलाधिकारी प्रशासक नियुक्त किए जा चुके हैं। इसके अलावा अन्य नवगठित निकायों में पहले ही प्रशासक काम कर रहे हैं।
ओबीसी रिपोर्ट दिसंबर अंत तक निकाय चुनावों की दिशा में काम करते हुए राज्य निर्वाचन आयोग वोटर लिस्ट का काम शुरू कर चुका है। इसके बाद सरकार के स्तर पर निकायों में आरक्षण का निर्धारण होना है, इसके लिए सरकार को सबसे अहम ओबीसी आरक्षण के लिए, एकल सदस्यीय बीएस वर्मा आयोग की रिपोर्ट का इंतजार है। आयोग दिसंबर अंत तक रिपोर्ट दे सकता है।
इसके बाद ही वार्ड स्तर का आरक्षण जिलाधिकारी और मेयर, अध्यक्ष स्तर का आरक्षण निदेशालय के स्तर से फाइनल हो पाएगा। हालांकि निकायों में नए बोर्ड का गठन अब लोकसभा चुनाव से पहले संभव नजर नहीं आ रहा है। हालांकि यदि दो जून तक चुनाव नहीं कराए गए तो फिर निकायों में प्रशासकों का कार्यकाल और छह माह के लिए बढ़ाना पड़ सकता है।
![](https://rnsindianews.com/wp-content/uploads/2023/07/navneet-Banner_speed.gif)