देवप्रयाग में झूला पुल के पुनर्निर्माण को लेकर प्रदर्शन
नई टिहरी। तीर्थनगरी के जर्जर हो चुके अलकनंदा झूला पुल की सुध नहीं लिए जाने से आक्रोशित नगरवासियों ने क्षेत्रीय विधायक और लोनिवि के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी करते हुये प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने एक सप्ताह में पुल निर्माण का काम शुरू न किये जाने पर आवागमन पूरी तरह ठप किये जाने की चेतावनी दी है। इस संबंध में उन्होंने डीएम और लोनिवि के मुख्य अभियंता को ज्ञापन प्रेषित किया। बुधवार को जर्जर अलकनंदा नदी पर बने झूला पुल को लेकर तीर्थवासियो का गुस्सा फूट पड़ा। महिलाओं, बुजुर्गो और युवाओं ने कहा कि झूला पुल जर्जर हो चुका है, लेकिन कोई उनकी सुध नहीं ले रहा है, विरोध में लोगों ने क्षेत्रीय विधायक खिलाफ प्रदर्शन किया गया। वयोवृद्ध राज्य आन्दोलनकारी हरे कृष्ण मिश्रा ने कहा कि जर्जर पुल से सैकड़ों छात्र छात्राएं, करीब 35 गावों की जनता सहित वार्ड संख्या चार में निवासरत लोग प्रतिदिन आवाजाही करते हैं। दो वर्ष पूर्व लोनिवि ने नये पुल के लिए मकानों का अधिग्रहण भी किया था। पूर्व सभासद अनुसूया मिश्रा ने कहा कि बजट नहीं होने की बात कहने वाले बताये कि संगम के सामने बन रहे झूला पुल के लिए साढ़े चार करोड़ आखिर कहां से आये। कांग्रेस जिलाध्यक्ष उत्तम सिंह असवाल ने सभी दलों से अलकनंदा झूला निर्माण के मुद्दे पर एक होकर संघर्ष करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हफ्ते भर में पुल का निर्माण शुरु नहीं होता है, तो पुल के एक छोर पर कांग्रेस धरना-प्रदर्शन के साथ भूख हड़ताल शुरु करेगी। टिहरी पौडी जिले को जोड़ने वाले 82.40 मीटर स्पान के अलकनन्दा झूला पुल के प जर्जर होने पर लोनिवि ने इस साल मार्च में यहां चेतावनी बोर्ड लगा दिए गए था। डीएम टिहरी के सामने भी बीते पांच जुलाई को तहसील दिवस पर जनता ने इस मुद्दे को प्रमुखता से रखा था, बाबजूद मामले में शासन-प्रशासन चुप्पी साधे हुये है, जिससे क्षेत्रीय जनता में रोष बना है। प्रदर्शन करने वालों में श्री बदरीश पंडा पंचायत के पूर्व अध्यक्ष मुकेश प्रयागवाल,नगर कांग्रेस अध्यक्ष त्रिवेंद्र रावत ,जगदीश चंद्र आर्य, अनुसूया मिश्रा, यमुना प्रसाद प्यारेलाल, कोटियाल, प्रमोद टोडरिया, राहुल कोटियाल, शोभी डबराल, गायत्री देवी, वसन्ती देवी, माया देवी, प्रीती भट्ट, शैला, प्रीती केमनी, कुसूमी देवी आदि शामिल थे।