दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी मां-बेटे पकड़े

नई दिल्ली। दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ जारी दिल्ली पुलिस के ऐक्शन तेज हो गया है। इसी बीच, दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से राजधानी में रह रही एक बांग्लादेशी मां-बेटे को पकड़कर बांग्लादेश डिपोर्ट कर दिया है। बांग्लादेशी मूल की यह महिला 2005 से दिल्ली में रह रही थी, जबकि उसका बेटा 4 साल पहले यहां आया था।
दिल्ली पुलिस के साउथ कैंपस थाना स्टाफ द्वारा चलाए गए सत्यापन अभियान के दौरान पुलिस ने अवैध अप्रवासियों को ढूंढने के लिए तलाशी और खुफिया जानकारी इकट्ठा करते हुए दो बांग्लादेशियों की पहचान नईम खान (22) और उसकी मां नजमा खान के रूप में की। पुलिस के अनुसार, बांग्लादेशी महिला नजमा खान वर्ष 2005 से अवैध रूप से दिल्ली में रह रही थी। वहीं उसके बेटे ने पूछताछ में वर्ष 2020 में पश्चिम बंगाल बॉर्डर के रास्ते भारत में प्रवेश करने की बात स्वीकार की। उसने बताया कि वह अपनी मां के साथ कटवारिया सराय में रह रहा था। पुलिस को 29 दिसंबर को दिल्ली के पिप्पल चौक के पास शास्त्री मार्केट में एक अवैध बांग्लादेशी नागरिक के बारे में सूचना मिली थी, जिसके बाद सत्यापन अभियान शुरू किया गया। हिरासत में लिए जाने के बाद, दोनों को विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय के माध्यम से बांग्लादेश डिपोर्ट कर दिया गया।
इस बीच, दिल्ली पुलिस क्षेत्र में और अधिक अवैध प्रवासियों की पहचान करने के लिए प्रयास कर रही है। पुलिस की यह कार्रवाई दिल्ली में बांग्लादेश से आए प्रवासियों सहित अन्य लोगों के अनधिकृत रूप से रहने पर चिंताओं को दूर करने के लिए दक्षिण पश्चिम जिला पुलिस के चल रहे प्रयासों का हिस्सा है।
दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिकों सहित अनधिकृत प्रवासियों सहित वैध भारतीय दस्तावेजों के बिना राजधानी में रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने, उन्हें हिरासत में लेने और वापस भेजने के प्रयासों को तेज कर दिए हैं।
डीसीपी साउथ दिल्ली अंकित चौहान ने कहा कि साउथ डिस्ट्रिक्ट दिल्ली पुलिस द्वारा चलाए गए अभियान के तहत, बांग्लादेश से आए सात अवैध प्रवासियों का पता लगाया गया, जिनमें 5 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल हैं। वे अपने साथ बांग्लादेशी आईडी लेकर आए थे। कुछ निर्माण स्थलों पर काम कर रहे हैं, जबकि कुछ ब्यूटी पार्लर में अपना नाम दर्ज कराने की योजना बना रहे हैं। आगे की जांच के बाद उन्हें विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय  के माध्यम से डिपोर्ट कर दिया गया।
इस अभियान के तहत, दिल्ली पुलिस ने दक्षिण-पश्चिम जिले में कई अभियान और संयुक्त निरीक्षण किए हैं। स्थानीय पुलिस थानों और स्पेशल यूनिट के अधिकारियों वाली स्पेशल टीमों को गहन तलाशी लेने और अवैध अप्रवासियों का पता लगाने के लिए खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए तैनात किया गया है। सत्यापन अभियान के दौरान घर-घर जाकर सत्यापन किया गया और लगभग 400 परिवारों की जांच की गई तथा उनके दस्तावेज एकत्र किए गए। सत्यापन के लिए पश्चिम बंगाल में उनके संबंधित पतों पर सत्यापन प्रपत्र (पर्चा-12) भेजे गए। पुलिस ने बताया कि संदिग्धों के मैन्युअल सत्यापन के लिए एक स्पेशल टीम का गठन कर उसे पश्चिम बंगाल भेजा गया।


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