डिफेंस मेनिया (Defence Mania) ने दी छात्रों के सपनों को उड़ान, वर्चुअल क्लासेस के माध्यम से सपने हुए साकार

लॉकडाउन के दौरान जहां कॉलेज, कोचिंग, स्कूल सब बंद पड़ गये थे. ऐसे में कॉलेज और स्कूल में बच्चों के पढ़ाई के लिए अल्टरनेट निकाल लिया गया, लेकिन प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी के लिए छात्रों को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ी. ऐसे में वर्चुअल क्लासेस और ऑनलाइन पढ़ाई के माध्यम से छात्रों को तैयारी कराने वाली कोचिंग संस्थाओं ने छात्रों के लिए बड़ी आशा दी.
इसी क्रम में डिफेंस मेनिया (Defence Mania) के संस्थापक साहिल कुमार और शिवानी सोनी ने बताया कि डिफेंस की तैयारी के लिए हमारा उद्देश्य था कि यूपीएससी के इस परीक्षा को लेकर डेडिकेटली कुछ किया जाये, जिसकी तैयारी लोग घरों से ही कर सकें. ऐसे में डिफेंस मेनिया की शुरूआत हुई, वो भी उन लोगों के लिए जिन्हें सेना में अधिकारी बनने का जुनून है.

लॉकडाउन में बढ़ी छात्रों की संख्या
शिवानी और साहिल ने बताया कि उन्होंने डिफेंस मेनिया की शुरूआत तो 2019 में ही कर दी थी, लेकिन लॉकडाउन में हमें बहुत ज्यादा छात्र मिले. जब छात्रों ने हमरे ऐप्स पर अपनी तैयारी शुरू की, तो हमने भी छात्रों का विश्वास जीता. हर एक कंटेंट के जरिये छात्रों की तैयारी को एक उड़ान दी. उन्होंने बताया कि डिफेंस की तैयारी के लिए उनका प्लेटफार्म सबकुछ एक जगह उपलब्ध कराता है, चाहे वो लिखित परीक्षा हो या एसएसबी इंटरव्यू.

लिखित परीक्षा में बढ़ा है कंपटीशन, इंटरव्यू में नहीं
परीक्षा में बढ़ते कंपटीशन को लेकर बात करने पर शिवानी साहिल ने बताया कि आज के समय में 12वीं के बाद NDA और ग्रेजुएशन के बाद CDS छात्रों के लिए एक पसंद बन गया है. क्योंकि इन परीक्षाओं के माध्याम से भारतीय सेना में अधिकारी बना जा सकता है. इन परीक्षाओं में बढ़े कंपटीशन के बाद भी भारतीय सेना में अधिकारी वही बन पाते हैं, जिनमें वो विशेषताएं होती हैं, जो एसएसबी इंटरव्यू के दौरान टेस्ट की जाती हैं.

साहिल ने बताया कि कंपटीशन डिफेंस के परीक्षा में बस लिखित परीक्षा के लिए बढ़ा है, ना कि इंटरव्यू के लिए. क्योंकि आज भी इंटरव्यू के बाद कई सीटें भारतीय सेना में खाली जाती हैं. साहिल ने कहा कि एसएसबी इंटरव्यू के बाद भी सीटों के खाली होने का सीधा मतलब है कि वहां अभ्यर्थी की किसी अन्य से नहीं बल्कि खुद से कंपटीशन है. अगर आपके अंदर वो क्वालिटी है जो एक भारतीय सेना के अधिकारी में होनी चाहिए तो आप अधिकारी बन जायेंगे.

शिवानी ने इस बारे में बताया कि पहले महिला अभ्यर्थी सेना में जाने को लेकर ज्यादा बात नहीं करती थीं, लेकिन आज वहां भी लिखित परीक्षा में कंपटीशन बढ़ा है, लेकिन फिर इंटरव्यू के लिए सारी कहानी एक सी है.

क्या है डिफेंस मेनिया
डिफेंस मेनिया के बारे में बात करते हुए इसके संस्थापकों साहिल कुमार और शिवानी सोनी ने बताया कि इस ई-लर्निंग प्लेटफार्म का उद्देश्य छात्रों को घर बैठे क्वालिटी की डिफेंस एग्जाम के लिए मैटेरियल उपलब्ध कराना है. डिफेंस मेनिया में छात्रों को क्वालिटी की पढ़ाई के साथ-साथ मॉक टेस्ट भी उपलब्ध हैं, जहां छात्र खुद की तैयारी को आंक सकते है. साहिल ने बताया कि डिफेंस मेनिया प्लेटफार्म के माध्यम से छात्रों को कम फीस में अच्छी क्वालिटी की तैयारी करवाना हमारा उद्देश्य है, जहां हमारे पास हर तरीके का स्टडी मैटेरियल आसान शब्दों में उपलब्ध है.

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