
अल्मोड़ा। जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग को लेकर सर्वदलीय संघर्ष समिति ने मंगलवार को गांधी पार्क में धरना दिया गया और सरकार की अनदेखी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। धरने के दौरान वक्ताओं ने कहा कि लंबे समय से आंदोलन चलाए जाने के बावजूद सरकार लोगों की आवाज नहीं सुन रही है। उन्होंने कहा कि जिला विकास प्राधिकरण के गठन से पर्वतीय क्षेत्रों में विकास की बजाय लोगों की परेशानियां बढ़ी हैं। भवन निर्माण और नक्शा स्वीकृति जैसी प्रक्रियाएं अत्यधिक जटिल और खर्चीली हो गई हैं, जिससे आम जनता में गहरा असंतोष व्याप्त है। समिति के संयोजक प्रकाश चंद्र जोशी ने कहा कि डीडीए के खिलाफ आंदोलन कई वर्षों से लगातार चल रहा है, परंतु सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। उन्होंने कहा कि सरकार का यह ढुलमुल रवैया जनविरोधी और तानाशाहीपूर्ण है। जोशी ने स्पष्ट चेतावनी दी कि जब तक जिला विकास प्राधिकरण समाप्त नहीं किया जाता, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। समिति ने चेताया कि यदि सरकार ने शीघ्र निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा। यहाँ धरने में हेम चंद्र जोशी, लक्ष्मण सिंह ऐठानी, ललित मोहन पंत, प्रताप सिंह सत्याल, भारत रत्न पांडेय, पूरन सिंह रौतेला और रोबिन मनोज भंडारी सहित अनेक लोग शामिल रहे।






