


रुद्रप्रयाग(आरएनएस। ) भरदार क्षेत्र के ग्राम पंचायत दरमोला में पांडव नृत्य देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। पांडव पश्वा प्रतिदिन पांडव अस्त्र शस्त्रों के साथ नृत्य कर लोगों को आशीर्वाद दे रहे हैं। जबकि हनुमान के छोटे-छोटे पश्वाओं का नृत्य भी दर्शकों को खूब भा रहा है। दूर दराज क्षेत्रों से पहुंच रही धियाणियां देव निशानों एवं पांडवों के दर्शन पाकर खुशहाली का आशीर्वाद ले रही है। पांडव नृत्य कमेटी दरमोला द्वारा पांडव चौक दरमोला में बीते बीस दिनों से पांड़व नृत्य का आयोजन चल रहा है। हर दिन पुजारी कीर्तिराम डिमरी बदरीविशाल, हीत, तुंगनाथ, मां चामुंडा, नागराजा, क्षेत्रपाल सहित कई देव निशानों की पूजा-अर्चना एवं आरती कर रहे है। प्रतिदिन शाम को आरती एवं जयकारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा है। पांडव चौक की पूजा करने के बाद ही पांडव एवं अन्य ग्रामीण नृत्य शुरु कर रहे हैं। प्रतिदिन ढोल दमाऊ की थाप स्थानीय देवी देवताओं के साथ ही हनुमान और पांडव पश्वा अवतरित हो रहे हैं। पांडव पश्वा अस्त्र-शस्त्रों के साथ नृत्य कर ऐसा लग रहा कि सजीव रुप में यहां पांडव अवतिरत हो रहे है। इस बार नई पीढ़ी के युवक पांडवों की इस परम्परा को आगे बढ़ा रहे है। गांव की धियाणियां भी पांडवों एवं देव दर्शनों को पाकर भावुक हो रही है। पांडव नृत्य देखने के लिए दरमोला के साथ ही जवाड़ी, रौठिया, उत्यासू, डुंग्री, स्वीली, सेम, दरमोला, तरवाड़ी, कालापहाड़ समेत कई गांवों के ग्रामीण यहां बड़ी संख्या में पहुंच नृत्य का आंनद ले रहे हैं। पांडव नृत्य समिति के अध्यक्ष विक्रम पंवार एवं कोषाध्यक्ष राजेन्द्र कप्रवान ने बताया कि प्रत्येक वर्ष होने वाले पांडव नृत्य में इस बार नए युवाओं को नृत्य के लिए तैयार किया गया है। ताकि भविष्य में आने वाले पीढ़ी हमारी संस्कृति एवं परम्परा को आगे बढ़ाने का कार्य कर सके। बताया कि 24 नवम्बर को नौगरी का कौथिग, 25 नवम्बर को गेंडे का कौथिग व सिरोता एवं 26 नवम्बर को नारायण के फल वितरण के साथ पांडव नृत्य का विधिवत समापन किया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को पांडव नृत्य में पहुंचने की अपील की है। इस मौके पर पुजारी कीर्ति प्रसाद डिमरी, त्रिलोक सिंह, मंगल सिंह पंवार, रमेश पंवार, रविन्द्र पंवार, बलवीर सिंह, त्रिलोक सिंह, विजय सिंह, राजेन्द्र सिंह सहित बडी संख्या में लोग मौजूद थे।

