सीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद अस्पताल सील

काशीपुर। निजी अस्पताल में इलाज के दौरान एक महिला की पीठ में एनीस्थीसिया के 20 से 25 इंजेक्शन लगाने की सीएम पोर्टल पर शिकायत किए जाने के बाद हरकत में आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शिकायतकर्ता युवती के बयान दर्ज किए। इसके बाद शहर का लाइफ लाइन अस्पताल सील कर दिया। इसके अलावा टीम ने चार अन्य अस्पतालों और एक अल्ट्रासाउंड सेंटर का निरीक्षण किया। इसमें अल्ट्रासाउंड सेंटर की मशीन और कक्ष को सील कर दिया गया है। बता दें नगर पालिका के वार्ड नंबर चार गांधीनगर स्थित युवती निकिता सागर ने सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें कहा था कि उसकी मां को पथरी का ऑपरेशन कराने के लिये मेन रोड स्थित लाइफ लाइन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आरोप है कि ऑपरेशन से पहले बेहोश करने के लिये उसकी मां की कमर में एनीस्थीसिया के 20 से 25 इंजेक्शन लगाने का प्रयास किया गया। इस कारण उसकी मां की हालत खराब हो गई थी। इसी शिकायत का संज्ञान लेते हुए गुरुवार को एसीएमओ डा.हरेंद्र मलिक शिकायतकर्ता निकिता सागर के बयान लेने सीएचसी पहुंचे। यहां उन्होंने दो घंटे से ज्यादा पूछताछ में निकिता के बयान दर्ज किये। बयानों के बाद शिकायत को सही पाते हुए एसीएमओ डा.हरेंद्र मलिक ने सीएमएस डा.पंकज माथुर को साथ लेकर लाइफ लाइन अस्पताल को सील कर दिया। इसके बाद टीम ने ग्रीन सिटी, स्टार, परम धरम नर्सिंग होम में औचक छापेमारी की। साथ ही खुशी अल्ट्रासाउंड सेंटर में भी निरीक्षण किया। इस छापेमारी के दौरान टीम ने खुशी अल्ट्रासाउंड में मशीन संचालित करने वाले चिकित्सक नहीं पाये जाने पर मशीन तथा कक्ष को सील कर दिया। वहीं टीम ने स्टार अस्पताल में गंदगी देख गंदगी को साफ कराने की हिदायत देकर छोड़ा। वहीं ग्रीन सिटी, परम धरम नर्सिंग होम को सही पाया गया। डा.पंकज माथुर ने बताया कि लाइफ लाइन अस्पताल के पास आयुर्वेद का लाईसेंस था, लेकिन उसने अपने अस्पताल में ऑपरेशन किया। इसकी रिपोर्ट उन्होंने 18 सितंबर को ही जिला चिकित्सालय भेज दी थी।

error: Share this page as it is...!!!!
Exit mobile version