सीआईएमएस में छात्र सीखेंगे मशरूम उत्पादन के तरीके

देहरादून(आरएनएस)।  यूसर्क की ओर से सीआईएमएस देहरादून में स्थापित किए गए यूसर्क एग्रो इकोलॉजी इंटरप्रैन्योरशिप डेवलपमेंट सेन्टर के अंतर्गत प्लांट टिश्यू कल्चर, मशरूम स्पॉन प्रोडक्शन और वर्मी कंपोस्ट विषय पर साप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसमें बतौर मुख्यअतिथि यूसर्क की निदेशक प्रो अनीता रावत ने यूसर्क द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न वैज्ञानिक कार्यक्रमों और पहलों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के प्रशिक्षण आपके दृष्टिकोण का विस्तार करेंगे। आपकी सोच को व्यापक बनाएंगे, समस्याओं को देखने की नई समझ देंगे और आपके कौशल का विकास करेंगे। प्रो रावत ने कहा कि यूसर्क ने बीते करीब चार सालों में 77 से अधिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए हैं। यह 78वां प्रशिक्षण है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों में 12 उद्यमिता विकास केंद्र भी स्थापित किए हैं। यूसर्क द्वारा विज्ञान के मूल विषयों से लेकर उन्नत विज्ञान जैसे आणविक जीव विज्ञान, डीएनए अनुक्रमण और बायोइन्फॉर्मेटिक्स तक के प्रशिक्षण आयोजित कर रहे हैं। इन प्रशिक्षणों में 60 प्रतिशत छात्र पहाड़ी क्षेत्रों से और 40 प्रतिशत मैदानी क्षेत्रों से आते हैं। सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कार्यक्रम आयोजित करने के लिए यूसर्क का आभार जताया। विशिष्ट अतिथि एफआरआई देहरादून की वैज्ञानिक डॉ मोनिका चौहान ने प्रशिक्षुओं को प्लांट टिश्यू कल्चर, मशरूम स्पॉन उत्पादन, वर्मी कम्पोस्ट के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान सीआईएमएस कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल के प्रधानाचार्य डॉ केएस नेगी, यूसर्क एग्रो इकोलॉजी इंटरप्रैन्योरशिप डेवलपमेंट सेन्टर सीआईएमएस एंड आर देहरादून के केन्द्र समन्वयक डॉ रंजीत कुमार सिंह, सह समन्वयक डॉ दीपिका विश्वास, कमल जोशी आदि मौजूद थे।

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