सीएचसी थलीसैंण जल्द होगा उच्चीकृत

पौड़ी(आरएनएस)।  जिले में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए कल्जीखाल में बीपीएचयू यमकेश्वर, खिर्सू, लक्ष्मणझूला में ट्रांजिट हॉस्टिल के साथ ही सीएचसी थलीसैंण को उप जिला चिकित्सालय के रूप में उच्चीकृत किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए विकासखंड स्तर पर चिकित्सा इकाइयों के निर्माण के साथ ही उनके सूदृढ़ीकरण के कार्य किए जा रहे हैं। जिसके तहत मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में 42 बैड और कलालघाटी में 32 बैड वाली पीडियाट्रिक यूनिटों का निर्माण किया गया है। पौड़ी की मुख्यचिकित्साधिकारी डा.पारुल गोयल ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरस्त करने के लिए रिखणीखाल में ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट (बीपीएचयू) व मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में 50 बैडेड क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण किया गया है। वहीं, बीपीएचयू कलालघाटी, एकेश्वर, कोट में ट्रांजिट हॉस्टल, उप जिला चिकित्सालय व चिकित्सा अधिकारियों के लिए आवासों का कार्य निर्माणाधीन है, जिसे जल्द ही पूरा किया जाएगा। बताया कि जिले में 1085 गांवों के साथ ही 412 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त किया जा चुका है। सीएमओ ने बताया कि जिले के कुल 30 अल्ट्रासाउंड केंद्रों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की जनता और गर्भवती महिलाओं को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से दूरस्थ क्षेत्रों की 6 सरकारी इकाइयों में भी अल्ट्रासाउंड मशीनें स्थापित की गई है। बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य में मनोचिकित्सकों की कमी के चलते मानसिक दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने में होने वाली परेशानियों के समाधान के लिए राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत निमहांस बैंगलोर, एम्स ऋषिकेश से जिले से 3 चिकित्सकों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया गया है। सीएमओ के मुताबिक सीपीएचसी योजना के तहत आयुष्मान भारत हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर अब आयुष्मान आरोग्य मन्दिर के रूप में विकसित किए गए है। जनपद में 225 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में 185 सीएचओ नियुक्त हैं, जिनके माध्यम से सामुदायिक स्तर पर शिविर लगाकर स्वास्थ्य सेवायें घर-घर तक पहुंचाई जा रही हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा 225 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, 4847 आयुष्मान स्वास्थ्य शिविरों में 161693 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है।

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