चमोली जिले की इस नदी को किया जा रहा है रिचार्ज


रिस्पना और कोसी नदियों के बाद अब चमोली जिले में मोथूगाढ़ नदी को रिचार्ज किया जा रहा है। इस नदी के जरिए ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण सहित गैरसैंण क्षेत्र को पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। मोथूगाढ़ नदी को रिचार्ज करने के लिए जिला प्रशासन ने 12 रिचार्ज जोन बनाए हैं और नोडल अधिकारियों को इनकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस अभियान को एक जन आंदोलन का रूप देने की योजना है, जिसमें स्थानीय लोगों का सहयोग लिया जाएगा। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि मोथूगाढ़ नदी को पुनर्जीवित करने के लिए जीपीएस सिस्टम के तहत बड़े स्तर पर प्लान तैयार किया गया है। मोथूगाढ़ नदी पुनर्जीवन परियोजना के तहत चैराखाल, दूधातोली, कुडियाबगड़ और मूसा का कोठा आरक्षित रिजर्व जोन है। देवधार, देवालीखाल, घडियालखाल, हिमवालघाट, परवारी, नंदादेवी और सिलकोट अनारक्षित रिजर्व जोन है। इन सभी क्षेत्रों को रिचार्ज करने के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। स्थानीय लोग इस परियोजना को लेकर उत्साहित है। उनका कहना है कि इससे क्षेत्र के खेतों को भी फायदा होगा और पर्यवारण को भी।
