7.09 किलोग्राम चरस के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार

चम्पावत। सीमात क्षेत्र में नशे के सौदागार एक बार फिर बेलगाम हो गए हैं। ताजा मामले में टनकपुर पुलिस व एसओजी को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने दो तस्करों को 7.09 किलोग्राम चरस के साथ पकड़ लिया। दोनों आरोपितों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। पकड़े गए लोगों में एक खटीमा चकरपुर कुटरी व दूसरा चम्पावत के ग्राम चौड़ाख्याली का निवासी है। बताया जा रहा है कि आरोपित टनकपुर में ही एक व्यक्ति को चरस देने बाइक से जा रहे थे। पूछताछ में पुलिस को इस धंधे में लिप्त लोगों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। मंगलवार को सीओ बीसी पंत ने नशे के धंधे में लिप्त गिरोह का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पुलिस व एसओजी की टीम ने सोमवार की देर शाम को डाडा नंधौर मार्ग पर संदिग्ध अवस्था में चकरपुर निवासी ज्ञान सिंह राणा पुत्र मनोज सिंह व चौड़ाख्याली निवासी राजेंद्र सिंह पुत्र बहादुर सिंह को पकड़ा। बाइक संख्या डीएल 55एएच/7262 में सवार ज्ञान सिंह के कब्जे से 3.37 किलोग्राम चरस व राजेंद्र के कब्जे से 3.72 किलोग्राम चरस बरामद हुई। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्होंने कुछ चरस चम्पावत के गाव में खुद तैयार की थी, और कुछ आस-पास के लोगों से खरीदकर एकत्र किया था। चरस को सस्ते दाम में खरीद कर वे ऊंचे दामों में बेचकर मुनाफा कमाने के लिए इसे यूपी के बरेली व पीलीभीत के तस्करों के एजेंटों को सप्लाई करने जा रहे थे। वह इस धंधे में लंबे समय से सक्रिय हैं। सीओ ने बताया कि पुलिस को अब तक उनके संपर्क में आए उत्तर प्रदेश क्षेत्र के तस्करों के बारे में पूछताछ में अहम सुराग हाथ लगे हैं। थानाध्यक्ष जसवीर सिंह चौहान ने बताया कि पूछताछ में मिले सुराग के आधार पर जाच जारी है।
दिव्यांग होने का फायदा उठा चेकिंग में बच जाता था ज्ञान सिंंह: नशे के धंधे में पकड़ा गया दिव्यांग आरोपित ज्ञान सिंह राणा चैक पोस्ट में नियमित चेकिंग में दिव्यांग होने का लाभ उठा रहा था। वह चैक पोस्ट या नियमित चेकिंग के दौरान अपने कंधे में थैला लादकर पैदल ही चेकिंग से निकल जाता, पुलिस टीम भी अपाहिज होने के चलते संदेह नहीं कर पाती। इस बार बाइक में सवार होने से वह बच नहीं पाया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार अभी तक चरस के कैरियर पकड़ में आते थे, इस बार धंधे के सरगना पकड़ में आए हैं।
ज्ञान सिंह से पहले भी बरामद हुई थी आधा किलो चरस
दिव्यांग आरोपित ज्ञान सिंह राणा वर्ष 2018 में खटीमा क्षेत्र में आधा किलोग्राम चरस के साथ पकड़ा गया था। वह खटीमा के बजाय टनकपुर क्षेत्र में सक्रिय था। जबकि दूसरा आरोपित राजेंद्र सिंह से पूछताछ में यह बात सामने आई कि दिल्ली में मारपीट की घटना में वाछित है।

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