चकराता पहुंच रहे पर्यटक, व्यापारियों के चेहरे खिले

विकासनगर(आरएनएस)।  मैदानी इलाकों में गर्मी तेज होते ही पर्यटकों ने पहाड़ों की ओर रुख करना शुरू कर दिया है। वीकेंड पर पर्यटकों ने चकराता पहुंचकर यहां की सुंदर वादियों का लुत्फ उठाया। शनिवार सुबह से ही पर्यटकों के चकराता आने का सिलसिला शुरू हो गया था। रविवार को अच्छी खासी तादाद में पर्यटक चकराता में नजर आए। पर्यटकों ने यहां के सुंदर नजारों का दीदार कर सुहाने मौसम का आनंद लिया।  पर्यटकों की आमद से क्षेत्र के होटल, रेस्टोरेंट और पर्यटन कारोबार से संबंधित व्यवसायियों के चेहरे खिले हुए हैं। रविवार सुबह पर्यटकों ने टाइगर फाल, देववन, कनासर, मोयला टॉप, सनसेट सनराइज प्वाइंट पहुंचकर प्राकृतिक नजारों का लुत्फ उठाया। कई युवाओं ने ट्रेकिंग का आंनद भी लिया। बड़ी संख्या में पर्यटकों ने चकराता बाजार स्थित स्वयंभू चिंताहरण महादेव मंदिर और एमईएस लाइन स्थित प्राचीन गुरुद्वारे के भी दर्शन किये। चकराता के आसपास गांव के होम स्टे में रुके पर्यटकों ने जौनसार के पारंपरिक व्यंजनों का भी लुत्फ उठाया। पर्यटकों ने चकराता बाजार में स्थानीय उत्पादों राजमा, लाल चावल, बुरांस, स्क्वेश, भंगजीरा, जखिया, पहाड़ी लहसुन के साथ ही हाथ से बने ऊनी कपड़ों की भी खरीदारी की। गुरुग्राम में आईटी कंपनी में कार्यरत देवेश अरोड़ा, हिमांशी, दिल्ली के विनती राजपूत, शेफर रसूल, कुरुक्षेत्र के हिमांशु, हरियाणा से मुक्ता, विदुषी आदि का कहना है कि मैदानी क्षेत्र में गर्मी तेज होनी शुरू हो गयी है। लेकिन चकराता का ठंडा मौसम देख वह हैरान हैं। चकराता भीड़भाड़ से दूर सुकून देने वाली जगह है। लेकिन यहां सुविधाओं की कमी है। सरकार को यहां पर्यटकों के लिए मूलभूत व्यवस्थायें करनी चाहिए। पर्यटन सूचना केंद्र, सरकारी पर्यटन आवास गृह के साथ ही सार्वजनिक परिवहन की भी बहुत कमी है। पार्किंग, शौचालय आदि की कमी से पर्यटकों को परेशानी होती है।


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