बजट से पहले संसद में राष्ट्रपति मुर्मू का अभिभाषण, गरीबी हटाओ अब सिर्फ नारा नहीं, भारत में आ रही मैन्युफेक्चरिंग कंपनियां

नई दिल्ली (आरएनएस)। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने आज कहा कि सरकार देश के छोटे किसानों के साथ मजबूती से खड़ी है। मुर्मू ने संसद के संयुक्त अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार 11 करोड़ छोटे किसानों को सशक्त करने में जुटी हुई है। पीएम किसान योजना के तहत छोटे किसानों को अब तक 2.25 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी गई है। इनमें तीन करोड़ महिला लाभार्थी हैं जिन्हें 54 हजार करोड़ रुपये की मदद दी गई है।
उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक मदद के लिए किसान क्रेडिट कार्ड का कवरेज बढाया गया है। इसका लाभ पशुपालकों और मत्स्यपालकों को भी दिया गया है। किसानों के लिए किसान उत्पादक संगठन कर भी गठन किया गया है। इसके साथ ही फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी बढाया गया है।
राष्ट्रपति मुर्म ने कहा कि मेड इन इंडिया अभियान और आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का लाभ देश को मिलना शुरु हो चुका है। आज भारत में मैन्युफेक्चरिंग की अपनी कैपेसिटी भी बढ़ रही है और दुनिया भर से भी मैन्युफेक्चरिंग कंपनियां भारत आ रही हैं। सरकार की नई पहल के परिणामस्वरूप हमारा रक्षा निर्यात छह गुना हो गया है। मुझे गर्व है कि हमारी सेना में आज ढ्ढहृस् विक्रांत के रूप में पहला स्वदेशी एयरक्राफ़्ट कैरियर भी शामिल हुआ है।
उन्होंने कहा कि वन नेशन, वन राशन कार्ड के जरिए गरीबों को कहीं भी राशन मिल पा रहा है। डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर को क्रांतिकारी बताते हुए मुर्मू ने कहा कि इससे लोगों तक पूरी रकम सीधे तौर पर पहुंच रही है। गरीबों को इस तरीके से लाभ देकर ही भारत करोड़ों लोगों को कोरोना काल में गरीबी रेखा के नीचे जाने से बचा पाया है। आज मतदाता चाहता है कि शॉर्ट कट वाली योजनाओं से बचा जाए। गरीबी हटाओ अब केवल नारा नहीं रह गया है बल्कि उसके खात्मे के लिए प्रयास हो रहे हैं। गरीबी का एक बड़ा कारण बीमारी होती है। इस संकट से दूर करने के लिए आयुष्मान भारत जैसी योजना शुरू की गई है। इस स्कीम से देश के 25 करोड़ परिवारों को लाभ मिल रहा है।


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