बॉर्डर पर कोरोना जांच बंद, कैसे रुकेगा संक्रमण
रुडक़ी। कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता महज कागजों में सिमटी हुई है। लक्सर में यूपी के बिजनौर से सटे बालावाली व मुजफ्फरनगर से सटी बढ़ीवाला सीमा पर पिछले तीन दिन से प्रवासियों की कोरोना की जांच के लिए टीम नहीं आ रही है। अधिकारियों के मुताबिक प्राइवेट लैब का कॉन्ट्रेक्ट खत्म होने से जांच बंद है। कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप अब धीरे-धीरे कम हो रहा है। इसे देखते हुए सरकार भी लॉकडाउन के दौरान लगाई गई पाबंदियों में ढील देने लगी है। लेकिन अभी भी दूसरे राज्यों से उत्तराखंड में आने वाले प्रवासियों के पास कोरोना की नेगेटिव जांच रिपोर्ट होने की अनिवार्यता का नियम लागू है। लक्सर के बालावाली में उत्तर प्रदेश के बिजनौर व बढ़ीवाला में मुजफ्फरनगर की सीमा सटी हुई है। दोनों जगह बॉर्डर पार से आने वाले प्रवासियों की कोरोना की जांच करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी दो अलग- अलग टीमें लगा रखी थी। इनमें अकेले बढ़ीवाला बॉर्डर पर ही टीम रोजाना औसतन 150 से 200 लोगों की जांच कर रही थी। जबकि बालावाली में भी सौ के आसपास जांच रोज होती थी। इनमें ज्यादातर रिपोर्ट एंटीजन की जाती थी, ताकि इसके नतीजे का तुरंत पता लग सके। नेगेटिव रिपोर्ट मिलने पर ही प्रवासियों को आने दिया जा रहा था। परंतु पिछले तीन से दोनों बॉर्डर पर जांच करने वाली टीमें ही नहीं आ रही हैं। लिहाजा बॉर्डर पार से आने वाले लोग बिना किसी जांच के आ रहे हैं। ऐसे में कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए की जा रही सरकारी कवायद पर सवाल लग रहे हैं।