बिजली संकट पर पावर एजेंसियो की जिम्मेदारी तय

देहरादून(आरएनएस)।  गर्मियों में बिजली संकट से निपटने को यूपीसीएल और पिटकुल के अफसरों की जिम्मेदारी तय करते हुए संयुक्त समिति का गठन किया गया है। इस समिति में उच्च स्तर पर समन्वय को निदेशक और जमीनी स्तर पर मुख्य अभियंता स्तर के अफसरों को शामिल किया गया है। ये समिति बिजली सप्लाई सामान्य बनाए जाने को लेकर जरूरी कदम उठाएगी।
अप्रैल से लेकर जून महीने के बीच बिजली सप्लाई का जबरदस्त दबाव रहता है। इस दौरान बिजली की मांग अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाती है। बिजली की बढ़ती मांग के कारण ट्रांसफार्मर, सब स्टेशन ओवरलोड होने से बिजली सप्लाई कट करनी पड़ती है। पिछले साल गर्मियों में न सिर्फ यूपीसीएल के सब स्टेशन, ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो गए थे, बल्कि पिटकुल के बड़े सब स्टेशन भी ओवरलोड हो गए थे। इसके कारण पॉवर कट का बड़ा संकट खड़ा हुआ।
इस बार गर्मियों में ऐसी दिक्कत न हो, इसके लिए पिटकुल और यूपीसीएल के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने को दोनों एजेंसियों की संयुक्त समिति गठित की गई है। समिति में पिटकुल यूपीसीएल के हल्द्वानी, रुड़की, ऋषिकेश, काशीपुर, रुद्रपुर, देहरादून क्षेत्र के मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता को शामिल किया गया है। ये संयुक्त समन्वय समिति अपने अपने क्षेत्रों के तहत सब स्टेशनों का गहनता के साथ विश्लेषण कर ओवरलोड वाले 400 केवी, 220 केवी वाले सब स्टेशनों को चिन्हित करेगी। इन सब स्टेशनों से निकलने वाली 33 केवी फीडर को कम लोड वाले सब स्टेशनों पर ट्रांसफर करने का काम करेगी।

पिछले साल खड़ा हुआ था संकट
गर्मियों में पिछले साल बिजली सप्लाई का बड़ा संकट खड़ा हुआ था। दोनों एजेंसियां एक दूसरे पर पॉवर कट का ठीकरा फोड़ती रही। देहरादून, हरिद्वार और यूएसनगर में सबसे अधिक दिक्कत पेश आई।

पर्यटन स्थलों पर विशेष फोकस
एमडी पिटकुल पीसी ध्यानी ने बताया कि पर्यटन स्थलों और चार धाम यात्रा से जुड़े क्षेत्रों पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इन स्थानों पर बिजली सप्लाई सामान्य बनाए रखने को युद्धस्तर पर प्रयास किए जाएंगे। ताकि चार धाम यात्रा और पर्यटन स्थलों में कोई दिक्कत पेश न आए।

संयुक्त समन्वय समिति ग्रिड संचालन को प्रान्तीय भार निस्तारण केन्द्र देहरादून के साथ समन्वय स्थापित करेगी। आपात स्थिति में आपसी तालमेल से प्रदेश में 24 घंटे बिना पॉवर कट के बिजली सप्लाई करेगी। बेहतर बिजली सप्लाई को सिस्टम को अपग्रेड रखा जाएगा।     – पीसी ध्यानी, एमडी पिटकुल

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