भोजनमाताओं ने की सरकार के खिलाफ नारेबाजी

पौड़ी(आरएनएस)।  सीटू से संबंद्ध भोजना माताओं ने मंगलवार को डीएम कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। भोजनमाताओं ने मध्याह्न भोजन योजना का निजीकरण न करने व न्यूनतम मानदेय 18 हजार करने सहित 9 सूत्रीय मांगों को पूरा करने की मांग उठाई। इस मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया। सीटू संबद्ध उत्तराखंड भोजन माता कामगार यूनियन ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कलक्ट्रेट के समीप स्व. एचएन बहुगुणा मूर्ति स्थल पर एकत्र होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान आक्रोशित भोजनमाताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर धरना देकर प्रदर्शन किया। यूनियन की जिलाध्यक्ष एश्वर्या जुयाल ने आरोप लगाया कि सरकार स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना के समाप्त कर इसे निजी संस्थानों को सौंपने जा रही है। जिससे कि भोजन माताओं का रोजगार समाप्त हो जाए। कहा कि पूर्व में भी उन्हें 5 हजार प्रतिमाह दिए जाने का आश्वासन दिया गया था। जो कि आज तक पूरा नहीं हुआ। इस मौके पर उन्होंने भोजन माताओं को न्यूनतम 18 हजार मानदेय देने, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी घोषित करने समेत 9 सूत्रीय मांगों को लेकर डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। इस मौके पर यूनियन की प्रांतीय अध्यक्ष रोशनी बिष्ट, सीटू के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र रावत, देवानंद नौटियाल, कुसुम, विद्यादेवी, कौशल्या देवी, नीता देवी, आशा देवी, मंजू देवी, बिनीता देवी, मीना, रोशनी, ममता आदि शामिल रहे।