भेल में कार्यरत समस्त 25 ट्रेड यूनियनों ने किया केंद्र सरकार का पुतला दहन
हरिद्वार। केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ भेल में कार्यरत समस्त 25 ट्रेड यूनियनों द्वारा पुतला दहन किया गया। भेल हरिद्वार में फाउंड्री गेट पर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान इंटक हीप के महामंत्री राजबीर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा श्रम कानूनों में परिवर्तन करके श्रमिकों को बंधुआ मजदूर बनाने की साजिश की जा रही है। कार्य के घंटों को भी बढ़ाये जाने का प्रावधान किया जा रहा है, जिसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एचएमएसए हीप के महामंत्री मनीष सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण के जरिये श्रमिकों के रोजगार में प्राप्त सुविधाओं में कटौती करना चाह रही है। हैवी इलेक्ट्रिक्ल वर्कस ट्रेड यूनियन के महामंत्री विकास सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार एवं भेल प्रबंधन मिलीभगत कर भेल का निजीकरण करना चाहते हैं, जोकि देश के साथ धोखा है। इसको बर्दाश्त नहीं किया जायेगा चाहे हमें इसके लिये दिल्ली में आंदोलन क्यों न करना पडे। बीएमएसए हीप के महामंत्री संदीप कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार के खिलाफ हम सभी को मिलकर लडऩा होगा एवं यह लड़ाई अपना रोजगार बचाने की लड़ाई है तथा सरकार के इन फैसलो को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जायेगा। सभा की अध्यक्षता कर रहे सीटू के महामंत्री केएस गुसाई ने कहा कि केंद्र सरकार धीरे-धीरे सभी सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण करना चाहती है और इससे प्राप्त पैसों से अपना बजटीय घाटा भरना चाहती है। प्रदर्शन में एटक सीएफएफपी के अध्यक्ष आईडी पंत, हेमु के महामंत्री मोहित कुमार शर्मा, भेल कर्मचारी परिषद के महामंत्री अमित चौहान, एटक हीप के अध्यक्ष मनमोहन कुमार, बीयूकेएम के अध्यक्ष रितेश सिंहल, सीटू के अध्यक्ष विरेंद्र नेगी, बीएमटीयू के महामंत्री अवधेश कुमार, बीएसएसयू के महामंत्री पीडी गुप्ता, बीयूकेएम के रितेश सिंहल, मुकुल राज, रविप्रताप राय, पंकज शर्मा, राकेश मालविय, सुभाष पुरोहित, चंद्रशेखर चौहान, परितोष कुमार, अमृत रंजन, संतोष तिवारी, अश्वनी चौहान, गौरव औझा, राधेश्याम सिंह आदि शामिल रहे।