भावनगर के कोविड केयर सेंटर में लगी आग

आईसीयू में एडमिट 70 मरीज दूसरे अस्पताल में शिफ्ट

अहमदाबाद  (आरएनएस)। कोरोना संकट के बीच देश के अस्पतालों में आग लगने का सिलसिला जारी है। अब घटना के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल मच गया। अस्पताल की तीसरी मंजिल पर आग लगी है। उसी मंजिल पर आईसीयू वॉर्ड भी थे, हादसे के दौरान आईसीयू में 70 मरीज भर्ती थे। हालांकि समय रहते सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, इसमें कई मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया। वहीं आग पर काबू पाने की कोशिश जारी है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि आग शार्ट सर्किट की वजह से लगी। आग लगते ही सभी मरीजों को बाहर निकाल लिया गया है। इस वजह से किसी मरीज की जान नहीं गई है। फिलहाल, मौके पर दमकल विभाग की टीम पहुंच गई और आग पर काबू पाने की कोशिश में जुट गई। कई घंटों की मशक्कत के बाद आग को बुझा लिया गया।
जब अस्पताल में आग लगी तो अफरा-तफरी का माहौल हो गया। आनन-फानन में मरीजों को बाहर लाया गया। कई मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ बाहर लाया गया और तुरंत दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया। जनरेशन अस्पताल की तत्परता से किसी भी मरीज की जान नहीं गई।
इससे पहले गुजरात के भरूच शहर के पटेल वेलफेयर हॉस्पिटल में बने कोरोना केयर वार्ड में 30 अप्रैल की रात अचानक आग लग गई थी। देखते ही देखते आग की लपटें आईसीयू वार्ड तक पहुंच गई थी। इस गंभीर हादसे में 14 मरीज और 2 स्टाफ नर्स की मौत हो गई थी। कोरोना वार्ड में करीब 49 मरीज भर्ती थे, जिसमें से 24 मरीज आईसीयू में थे।
भरूच के निजी हॉस्पिटल से दो दिन पहले महाराष्ट्र के ठाणे के प्राइम क्रिटिकेअर हॉस्पिटल में आग लग गई थी। आग लगने के बाद आनन-फानन में मरीजों को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जाने लगा था। इस दौरान चार मरीजों की मौत हो गई थी। इस घटना से कुछ दिन पहले मुंबई से सटे विरार इलाके में विजय वल्लभ कोविड अस्पताल में आग लगने से 14 लोगों की मौत हो गई थी।