बेरोजगारों के लिए दिहाड़ी पर खुली चुनावी वैकेंसी: ऐसे मिल रही है नौकरी

 देहरादून। विधानसभा चुनाव में एक ओर जहां समर्पित कार्यकर्ता प्रचार अभियान में जुटे रहते हैं, वहीं कुछ लोग चुनाव में धियाड़ी कमाने का इंतजार करते रहते हैं। ऐसा ही कुछ राजधानी में भी देखा जा रहा है। यहां चुनाव पार्टी कार्यालय के बाहर अक्सर ऐसे लोग घूमते दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन लोगों को 700 रुपये तक प्रचार करने के लिए धियाड़ी दी जा रही है। कुछ राजनीतिक दल और उनके प्रत्याशी कार्यकर्ताओं की कमी से जूझते हुए दिख रहे हैं।

समर्पित कार्यकर्ताओं की कमी उनके लिए प्रचार अभियान में बाधक बन रही है। ऐसे कार्यकर्ता भी कम हैं जो खुद के खर्चे व समय देकर अपने प्रत्याशी या पार्टी के लिए काम कर सकें। ऐसे में पेड कार्यकर्ताओं का सहारा लेना उनके लिए मजबूरी बन रही है। इस स्थिति को देखते हुए पार्टी भी ऐसे कार्यकर्ताओं की ढूंढ में रहती हैं।

इसी का फायदा उठाते हुए बेरोजगार युवा से लेकर बड़ी उम्र के लोग पार्टी चुनाव दफ्तरों के बाहर घूमते दिख रहे हैं। एक पार्टी कार्यालय के बाहर एक पेड कार्यकर्ता यह कहते हुए भी सुनाई दिया कि आज उसकी पांच दिन की धियाड़ी लगा देना। अमूमन इस तरह के लोग किसी भी पार्टी चुनाव कार्यालय के आसपास घूमते हुए देखे जा सकते हैं। सूत्रों की मानें तो प्रचार के लिए कुछ राजनीतिक दलों के प्रत्याशी अधिकांशत इसी तरह के पेड कार्यकर्ताओं पर निर्भर हैं।

धियाड़ी पर प्रचार करने वालों को दी जा रही ट्रेनिंग : समर्पित कार्यकर्ताओं के बदले प्रचार के लिए ध्याड़ी पर काम करने वाले लोगों को राजनीतिक पार्टियां पहले बकायदा ट्रेनिंग दे रही हैं। उन्हें पार्टी की नीति, रीति व कामों को लेकर भी समझाया जा रहा है। जिससे लोगों के बीच जाकर वह अपनी बात रख सकें।