बरसात निपटते ही गंगोत्री-यमुनोत्री में सुविधाओं पर फोकस
उत्तरकाशी। बरसाती सीजन निपटने के बाद जिला प्रशासन ने अब एक बार फिर से गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में यात्री सुविधाएं बढ़ाने पर फोकस शुरू कर दिया है। डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने गुरुवार शाम को आगामी सितंबर माह से तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने की संभावना पर संबंधित विभागीय अधिकारियों को यात्रा इंतजामों को सुव्यवस्थित बनाए रखने के निर्देश दिए। बैठक में सीडीओ जय किशन ने बताया कि हीना पार्किंग स्थल को आगामी 1 सितंबर से संचालित करने की तैयारी की जा रही है। पार्किंग स्थल पर पंजीकरण, मेडिकल एवं पुलिस बूथों की स्थापना की जा रही है। गंगोत्री नेशनल पार्क के उप निदेशक रंगनाथ पाण्डेय ने बताया कि गोमुख मार्ग पर नालों में जल स्तर कम हो गया है और शुक्रवार से क्षतिग्रस्त पुलियाओं के निर्माण का काम शुरू कर दिया गया है। बैठक में डीएम डॉ. बिष्ट ने सीमा सड़क संगठन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग खंड के अधिकारियों से कहा कि अगले माह से सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बढ़ने से पहले सड़कों के अनुरक्षण से जुड़े काम संपन्न करा लें। क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत व पैचवर्क तथा ड्रेनेज का कार्य प्राथमिकता से करने के निर्देश देते हुए कहा कि जिला मुख्यालय उत्तरकाशी के क्षेत्र में नगरपालिका के स्तर से भी ड्रेनेज के काम करवाए जाएंगे। यमुनोत्री में अतिवृष्टि से प्रभावित यात्री सुविधाओं की बहाली पर डीएम जोर दिया। बैठक में एसपी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि यात्रा के आगामी दौर के लिए सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था का प्लान तैयार कर सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आगामी 31 अगस्त तक धामों, यात्रा मार्गों व पड़ावों पर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त पुलिस कर्मियों की तैनाती कर ली जाएगी।