बाराकोट पीएचसी की बदहाली पर फूटा गुस्सा
चम्पावत। बाराकोट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली पर लोगों ने नाराजगी जताई है। उन्होंने शीघ्र अस्पताल की व्यवस्थाएं ठीक न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। बाराकोट ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष राजेश अधिकारी ने बताया कि बुधवार शाम को तड़ीगांव से सिर में गंभीर रूप से चोटिल दीपक को उपचार के लिए लाया गया था। अस्पताल में डाक्टर न होने से उसे लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा। बाद में फार्मासिस्ट मनोज वर्मा ने उसके सिर में टांके लगाकर उपचार किया। अध्यक्ष राजेश ने कहा कि बाराकोट पीएचसी में तीन-तीन एलोपैथिक डाक्टर होने के बावजूद दो बजे बाद अस्पताल में इमरजेंसी केस देखने के लिए कोई तैनात नहीं रहता है। बाराकोट पीएचसी में तैनात डाक्टर यहां से 14 किमी दूर लोहाघाट में रहते हैं, जो सुबह 11 बजे अस्पताल में पहुंचते हैं और डेढ़ बजे वापस लौट जाते हैं। सीएमओ को कई बार लिखित और मौखिक रूप से बाराकोट अस्पताल की हालत ठीक करने की मांग की जा चुकी है, लेकिन इस कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसकी शिकायत सीएम हेल्प लाइन में भी कर दी है। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ तो ग्रामीण आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे। सीएमओ से वार्ता करनी चाही लेकिन उन्होंने फोन नहीं रिसीव किया।