बैंक प्रबंधक और स्टॉफ पर बिना अनुमति लॉकर तोड़ने का आरोप

रुड़की। बैंक में बिना अनुमति लॉकर तोड़े जाने का आरोप उपभोक्ता ने बैंक प्रबंधक और स्टॉफ पर लगाया है। इसको लेकर बैंक में हंगामा भी हुआ। विधायक प्रदीप बत्रा भी मामले को लेकर बैंक पहुंचे। पुलिस को तहरीर दी गई है। रुड़की में खंजरपुर रोड के एक बैंक में वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी आशु सिंह के नाम 1997 से लॉकर नंबर 11 पास था। लॉकर का वह किराया भी दे रही थी। आशु सिंह के अनुसार इस लॉकर में उनके परिवार के पुश्तैनी जेवरात के साथ स्वयं के खरीदे हुए जेवर रखे हुए थे। अन्य जरूरी कागज भी सुरक्षा की दृष्टि से लॉकर में थे। लॉकर में रखे सामान की कुल कीमत करीब एक करोड़ के आसपास बताई गई। उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को पुत्र की सगाई है। उसके लिए ज्वेलरी निकालने के लिए बैंक गई। दो दिन पहले आई तो लॉकर नहीं खुला। मैनेजर ने उन्हें लॉक फंसने की बात कही और सोमवार को आने के लिए कहा था। सोमवार को बैंक आने पर मैनेजर ने लॉकर के दो लोगों के नाम होने की बात कही। बताया कि लॉकर उनकी ओर से तोड़ दिया गया है और सामान बाहर निकाल लिया है।