बैंक कर्मचारी ने ही खाते से उड़ा दिए 12 करोड़ रुपए, बेंगलुरु में साइबर फ्रॉड से सनसनी
बेंगलुरु (आरएनएस)। साइबर धोखाधड़ी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक्सिस बैंक के एक रिलेशनशिप मैनेजर और तीन अन्य लोगों को एक कंपनी के खाते से 12 करोड़ रुपये उड़ाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। कर्नाटक पुलिस ने वित्तीय धोखाधड़ी और साइबर फ्रॉड के आरोप में यह कार्रवाई की है।
पुलिस के अनुसार, एक्सिस बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर वैभव पिथादिया (29 वर्ष) ने अपने सहयोगियों – बैंकिंग एजेंट नेहा बेन विपलभाई, इंश्योरेंस एजेंट शैलेश और कमीशन एजेंट शुभम के साथ मिलकर बेंगलुरु स्थित कंपनी ड्रीमप्लग पेटेक सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड को 12.2 करोड़ रुपये का चूना लगाया।
ड्रीमप्लग के एग्जीक्यूटिव नरसिम्हा वसंत शास्त्री की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की। कंपनी के अधिकारियों ने 12 नवंबर को अपने खाते में कुछ संदिग्ध लेनदेन देखे थे, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच में पता चला कि 29 अक्टूबर से 11 नवंबर के बीच एक्सिस बैंक के दो खातों से 12.2 करोड़ रुपये निकाले गए थे।
आरोपियों ने ड्रीमप्लग के खातों में हेरफेर करके उनका एक्सेस हासिल कर लिया था। उन्होंने जाली हस्ताक्षर करके कंपनी के बोर्ड का एक प्रस्ताव भी तैयार किया था, जिसमें ईमेल आईडी और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बदलने का अनुरोध किया गया था। आश्चर्यजनक रूप से, एक्सिस बैंक ने इस जाली प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी।
इसके बाद, आरोपियों ने वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) के माध्यम से 37 लेनदेन किए। ड्रीमप्लग ने अंकलेश्वर और अबरामा बैंक शाखा में भी इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। एक्सिस बैंक के रिकॉर्ड से पता चला कि 2021 में इन खातों को चार यूजर आईडी दी गई थीं, जिनमें से केवल दो ही सक्रिय थीं। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने कुल 15 करोड़ रुपये का लेनदेन करने का प्रयास किया था, लेकिन दो यूजर आईडी निष्क्रिय होने के कारण वे केवल 12.2 करोड़ रुपये ही निकाल पाए।
पैसे देश भर के कई खातों में स्थानांतरित किए गए। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि एक्सिस बैंक की प्रक्रियाओं में कहाँ चूक हुई जिसके चलते आरोपियों ने वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। पुलिस ठगी गई राशि को वापस लाने की प्रक्रिया भी शुरू कर चुकी है।