बकरीद पर नहीं होगी सामूहिक नमाज, कुर्बानी पर भी लगी रोक

लक्सर। एसओ खानपुर ने बकरीद पर शांति व्यवस्था को लेकर जिम्मेदार लोगों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते इस बार ईदगाह में सामूहिक नमाज प्रतिबंधित है। उन्होंने कुर्बानी पर रोक संबंधी हाईकोर्ट के निर्णय की जानकारी भी दी। कहा कि कुर्बानी के लिए पशुओं की आवाजाही की तो कार्रवाई की जाएगी। 1 अगस्त को बकरीद (ईद उन अजहा) का त्योहार है। त्योहार पर शांति व कानून व्यवस्था को लेकर एसओ पीडी भट्ट ने थाने पर क्षेत्र के ग्राम प्रधान, शांति समिति सदस्यों व अन्य लोगों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण पूर्व में रामनवमी, कांवड मेला, सोमवती अमावस्या आदि के त्यौहार रस्मो रिवाज के साथ नहीं मनाए जा सके हैं। इस बार बकरीद पर भी सरकार ने कोरोना का प्रचार, प्रसार रोकने के लिए ईदगाह में सामूहिक तौर पर अदा होने वाली नमाज को भी प्रतिबंधित किया है। एसओ ने कहा कि बकरीद के दिन सभी लोग अपने, अपने घरों पर ही नमाज पढ़ेंगे। उन्होंने बकरीद पर होने वाली पशुओं की कुर्बानी पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने की भी जानकारी दी। कहा कि अगर कोई कुर्बानी के लिए जानवरों को लेकर इधर से उधर गया तो उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। दरोगा रुकम सिंह नेगी ने सोशल मिडिया के इस्तेमाल में सावधानी बरतने की अपील की। कहा कि ज्यादातर अफवाहें सोशल मिडिया से फैलती हैं। लिहाजा किसी भी सूचना को पुष्टि किए बिना फारवर्ड न करें। बैठक में मुस्तकीम, राजकुमार, मौ. हासिम, पीतम सिंह, मदन सिंह, नीटू, पवन सिंह, शमशेर अली, कल्लू, मोमिन, कमल, प्रवेश थे।