

नई टिहरी(आरएनएस)। तीर्थनगरी देवप्रयाग के समीप गोर्थी कांडा गांव में गुलदार ने एक बच्चे और महिला पर हमला किया। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने यहां रेंजर मदन सिंह रावत का बीती रात दो घंटे तक जबरदस्त घेराव कर नारेबाजी की। ग्रामीण गुलदार को कैद करने के लिए गांव में पिंजरा लगाने की मांग पूरी होने के बाद ही रेंजर को छोड़ने पर अड़ गए। डीएफओ नरेंद्रनगर विगांत नायक की ओर से फोन पर गांव में पिंजरा लगाने का भरोसा दिए जाने के बाद ही ग्रामीणों ने रेंजर को छोड़ा। देवप्रयाग के गोर्थी कांडा गांव के ग्रामीण पिछले एक माह से गुलदार की दहशत में जीने को मजबूर हैं। गुलदार के भय से बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल हो रहा है। गुलदार द्वारा कई बकरियों को निवाला बनाए जाने से ग्रामीण पालतू पशुओं को घरों में ही बांधने को मजबूर हैं। शनिवार शाम गुलदार ने 8 वर्षीय संदीप सिंह पुत्र सुधीर सिंह को घर के भीतर उस समय निवाला बनाने की कोशिश की जब वह बाथरूम गया था। छत पर बैठे गुलदार ने जैसे ही उसके ऊपर कूदने की कोशिश की उसकी मां ने उसे कमरे में खींच लिया। वहीं मुनेठ गांव में सरोजनी देवी पत्नी शिव सिंह पर भी गुलदार ने हमले की कोशिश की, जिस पर महिला ने भागकर अपनी जान बचाई। गोर्थीकांडा के बदरु गांव में राज्य आंदोलनकारी विनोद टोडरिया की अगुवाई में प्रधान सुनीता देवी, सब्बल सिंह नेगी, मुकेश भगत, सुमिता देवी, सरिता देवी, गीता देवी, गणेशी देवी, बीना देवी आदि घेराव में शामिल थी। रेंजर ने बताया कि, वन विभाग ने क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया। वहीं गुलदार प्रभावित क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है।

