बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे नहीं होने पर किसानों का प्रदर्शन
रुद्रपुर(आरएनएस)। बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे नहीं होने के विरोध में किसानों ने सोमवार को तहसील में प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप था कि उन्होंने प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर नुकसान का सर्वे कर मुआवजे की मांग की थी, लेकिन अभी तक मुआवजा मिलना तो दूर, सर्वे भी नहीं किया गया है। वहीं एसडीएम ने कहा कि नुकसान के सर्वे के लिए कृषि, उद्यान, गन्ना विभाग की संयुक्त टीम काम कर रही है। सभी को सरकार की मदद दी जाएगी। सोमवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत और चढ़ूनी गुट के किसानों ने तहसील में प्रदर्शन किया। किसान उनकी फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर किसान दोबारा धान की रोपाई कर रहे हैं। यहां किसानों की पहले लगाई गई धान की पौध बाढ़ में बह गई है। किसानों को खटीमा में पौध नहीं मिली तो हरियाणा और पंजाब से पौध लाकर उन्होंने धान की दोबारा रोपाई की है। सुनपहर की तरफ बाढ़ के पानी के साथ बहकर आए केमिकल युक्त पानी से गन्ने की फसल खराब हो गई है। आरके राजकुमार ने अब तक की गई कार्रवाई से अवगत कराया, तब जाकर किसान शांत हुए। किसानों ने प्रदर्शन समाप्त किया। इधर, एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि शुक्रवार से किसानों को हुए नुकसान के सर्वे के लिए कृषि, उद्यान, गन्ना विभाग की संयुक्त टीम काम कर रही है। अभी तक पहली प्राथमिकता उन लोगों को राहत पहुंचाना थी, जिनके पास खाने का सामान भी बह गया था। एसडीएम ने कहा कि जिन किसानों को नुकसान हुआ है, उनका सर्वे शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। सभी को सरकार की मदद दी जाएगी।