अवैध मांस की दुकानों पर प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा

श्रीनगर गढ़वाल। पौराणिक एवं धार्मिक नगरी श्रीनगर नगर निगम के तहत विभिन्न देवलायों एवं बस्ती के समीप खुली अवैध मांस की दुकानों को बंद न करने पर भाजपाइयों ने स्थानीय प्रशासन एवं नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोला दिया है। भाजपाइयों एवं स्थानीय लोगों ने सीएम को पत्र भेजकर अवैध मांस की दुकानें नगर आयुक्त या प्रशासन से जल्द बंद कराने की पुरजोर मांग उठाई है। सीएम को भेजे पत्र में भाजपा के पूर्व दर्जाधारी अतर सिंह असवाल, भाजपा अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कुशलानाथ ने कहा कि शहर में 26 दुकानें लम्बे समय से अवैध रूप से संचालित हो रही थी, किंतु प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ था, जब आरटीआई से निगम से जानकारी ली तो 26 दुकानें अवैध पायी गई। जिस पर प्रशासन ने मात्र छह ही अवैध दुकानें बंद कर इतिश्री कर दी। अभी भी 20 अवैध मांस की दुकानें संचालित हो रही हैं। कुशलानाथ ने कहा कि श्रीनगर में अन्य स्थानों में बिना लाइसेंस की खुली अवैध मांस की दुकानों को नहीं हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त, जिला अभिहित अधिकारी के साथ ही क्षेत्रीय खाद्य सुरक्षा अधिकारी वर्तमान समय में अवैध दुकानों को हटाने में नाकाम है, इसकी विधिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्री से डीएम को पत्र भेजने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। भाजपाइयों ने सीएम से अवैध रूप से चल रही मांस की दुकानों के पीछे चल रहे खेल का पर्दापाश करते हुए जल्द दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए अवैध दुकानें बंद करने की मांग की है। ज्ञापन में स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एम्बेसडर एवं भाजपा वरिष्ठ नेता डॉ बीपी नैथानी, विनय घिल्डियाल, राजीव कुमार, सुरेन्द्र प्रसाद, प्रभात पांडेय, बृजेश भट्ट, संजीव कंडारी सहित कई लोगों के हस्ताक्षर मौजूद थे।