छात्रवृत्ति घोटाले के फरार आरोपी की कुर्की शुरू

हरिद्वार। छात्रवृत्ति घोटाले में चार करोड़ रुपये की राशि हड़पने के फरार आरोपी के स्कूल और घरों में पुलिस ने कुर्की शुरू कर दी है। बुधवार को आरोपी के कलियर स्थित स्कूल को पुलिस ने कुर्की कर सील कर दिया है। जबकि अगले दो दिनों में पुलिस आरोपी के ऋषिकेश और गंगनहर रुडक़ी स्थित घर को सील करेगी। आरोपी पिछले कई महीनों से फरार है। एसआईटी के मुताबिक छात्रवृत्ति घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद वर्ष 2019 में सिडकुल थाने में एन पॉवर एकेडमी के खिलाफ चार करोड़ रुपये की राशि फर्जी तरीके से लेने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोप है कि बच्चों का फर्जी दाखिला दिखाकर वर्ष 2011-12 से वर्ष 2016 तक एकेडमी के संचालक राहुल विश्नोई पुत्र केके विश्नोई निवासी आवास विकास कॉलोनी ऋषिकेश ने करोड़ों रुपये हजम कर लिये। शिवालिक नगर रानीपुर में कॉलेज दिखाया गया। जब जांच को एसआईटी पहुंची तो कॉलेज का कुछ अता पता नहीं चला। खातों की जानकारी जुटाई तो मालूम हुआ कि राहुल विश्नोई ने अपने ही खाते में छात्रवृत्ति की रकम ली हुई है। पुलिस ने राहुल विश्नोई को मुकदमे में नामजद कर जांच शुरू कर दी। पूछताछ के लिए राहुल को बुलाया गया तो वहीं नहीं आये। कई बार पुलिस ने आरोपी राहुल के रुडक़ी और ऋषिकेश स्थित आवास पर छापेमारी की। जांच में सामने आया है कि राहुल अपनी पत्नी के साथ मिलकर कलियर स्थित शेफील्ड स्कूल भी चला रहे है। आरोपी को यहां भी तलाशा गया। लेकिन आरोपी पुलिस की पकड़ में नहीं आया। बीते अगस्त माह में आरोपी के खिलाफ सीजेएम कोर्ट से एनबीडब्ल्यू जारी कर दिया। इसके बाद भी आरोपी नहीं मिला। जांच अधिकारी राजीव उनियाल ने कोर्ट से कुर्की का आदेश ले लिया। मुनादी कराने के बाद बुधवार को पुलिस टीम कलियर स्थित शेफील्ड स्कूल पहुंची। स्कूल को राहुल विश्नोई की संपत्ति मानते हुए पुलिस ने उसे सील कर दिया है। स्थानीय पुलिस को भी इस बात की जानकारी दे दी गई है। उधर जांच अधिकारी राजीव उनियाल ने कुर्की की पुष्टि करते हुए बताया कि स्कूल के बाद अब घर की कुर्की की जाएगी। अगले दो दिनों में आरोपी के ऋषिकेश स्थित और रुडक़ी गंगनहर स्थित आवास को सील किया जाएगा। पुलिस को संदेह है कि छात्रवृत्ति का पैसा कलियर स्थित स्कूल में लगाया गया है। पुलिस के अनुसार इस स्कूल को राहुल विश्नोई की पत्नी चलाती हैं। पुलिस मान रही है कि 4 करोड़ में से आये कुछ पैसे इस स्कूल में लगे हैं।


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