अशासकीय कालेजों की संबद्धता हटाने का निर्णय गलत

देहरादून। ऑल इंडिया अनएडिड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ सुनील अग्रवाल ने अशासकीय कालेजों की एचएनबी से संबद्धता हटाने के निर्णय को गलत बताया। डा. अग्रवाल ने कहा कि ये फैसला बेहद गलत समय पर लिया गया है। जिससे हजारों छात्रों का भविष्य खराब हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर विवि को कॉलेजों को डीएफिलिएट करना ही था तो उसके लिए उपयुक्त समय होना चाहिए था। इन कॉलेजों में प्रवेश के लिए छात्रों ने सीयूईटी के फॉर्म भर कर परीक्षाएं दे दी है और वे प्रवेश का इंतजार क रहे हैं। ऐसे में संबद्धता खत्म होने से एडमिशन अटक जाएंगे। अगर ये कालेज श्रीदेव सुमन से संबद्धता लेते हैं तो छात्रों को समर्थ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। लेकिन वो भी 24 तक संभव नहीं है और 24 के बाद पोर्टल बंद हो जाएगा। उन्होंने ये भी आरेाप लगाया कि सेंट्रल यूनिवर्सिटी एक्ट में यह प्रावधान था कि कॉलेजों का एफीलिएशन यथावत रहेगा और अभी तक सेंट्रल यूनिवर्सिटी एक्ट में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। जिस कारण संबद्धता खत्म करना आसान नहीं है। वैसे भी प्रवेश के समय इस तरह संबद्धता खत्म नहीं की जा सकती। एसोसिएशन ने इस मामले में विवि व राज्य सरकार को स्थिति तत्काल स्पष्ट करने की मांग की है।