एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित

देह व्यापार और बाल श्रम पर अंकुश लगाने की जरूरत: कंडवाल

उत्तरकाशी। उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की ओर से जिला सभागार में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस मौके पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बंधुआ मजदूरी, देह व्यापार और बाल श्रम पर अंकुश लगाने की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि मानव तस्करी को लेकर घटना घटती है तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें। गुरुवार को जिला सभागार में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग को लेकर आयोजित कार्यशाला में का शुभारंभ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने किया। इस मौके पर मानव तस्करी के विरुद्ध कार्य करने वाले एक्टिविस्ट ज्ञानेंद्र कुमार ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से मानव तस्करी पर विस्तृत जानकारियां प्रदान की। उन्होंने मानव तस्करी के प्रमुख कारणों को बताते हुए कहा कि बाल श्रम, गोद लेने के लिए बाल तस्करी, शादी के नाम पर वधु तस्करी, व्यवसायिक यौन उत्पीड़न, मानव अंगों के लिए मानव तस्करी एवं सोशल मीडिया का दुरुपयोग आदि मानव तस्करी के प्रमुख कारण है। उन्होंने कहा कि मानव तस्करी एक संगठित अपराध है इसकी सप्लाई चैन को संगठित होकर ही तोड़ने की आवश्यकता है। इसके लिए ग्रामीण स्तर तक कोर्डिनेशन कमेटी बनाई जाए। जिसमें आंगनबाड़ी, एएनएम,आशा,शिक्षक, ग्राम प्रहरी को शामिल किया जाय, इसके अतिरिक्त हर महीने में गांव में बैठक आयोजित कराई जाए। साथ ही तहसीलदार हर माह परिवार रजिस्टर की जांच करें। ताकि यह पता चल सकें कि कितनी लड़कियों की शादी जनपद से बाहर हुई है। कार्यशाला में डीएम अभिषेक रुहेला,एसपी अपर्ण यदुवंशी, जिला पंचायत राज अधिकारी सीपी सुयाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी यशोदा बिष्ट, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधीर जोशी, समाजसेवी कल्पना ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।


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