एंटी ड्रग टास्क फोर्स को प्रोत्साहित करने को रिवार्ड देने की तैयारी कर रहा विभाग

देहरादून। प्रदेश में नशीले पदार्थों पर अंकुश लगाने के लिए गठित एंटी ड्रग टास्क फोर्स (एडीटीएफ) को और अधिक सक्रिय किया जा रहा है। टास्क फोर्स को प्रोत्साहित करने के लिए इन्हें इनाम देने की भी तैयारी चल रही है। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भी भेजा जाएगा। प्रदेश में इस समय युवा नशे के दल-दल की ओर बढ़ रहे हैं। तस्करों ने विशेषकर स्कूल और कॉलेजों में पढऩे वाले युवाओं को अपने निशाने पर लिया हुआ है। नशीले पदार्थों की बढ़ती बिक्री को देखते हुए हाईकोर्ट ने सभी जिलों में एडीटीएफ के गठन के निर्देश दिए हैं। प्रदेश सरकार भी नशीले पदार्थों की तस्करी पर रोकने के लिए समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी करती रहती है। इस क्रम में सभी जिलों में इनका गठन भी कर दिया है। एक टीम में इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर समेत दस पुलिस कर्मी शामिल हैं। इनका मुख्य काम ही नशीले पदार्थों की तस्करी पर नजर रखना है। अब पुलिस इनको मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। डीजीपी अशोक कुमार ने भी पदभार संभालने के बाद नशीले पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए उचित कदम उठाने की बात कही थी। इस क्रम में एटीडीएफ को और सक्रिय किया जा रहा है। इनका मनोबल बढ़ाने के लिए इन्हें इनाम देने की भी तैयारी चल रही है। दरअसल, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो पहले भी सभी राज्यों को इसके लिए कह चुका है। इस योजना के तहत एक किलो से अधिक नशीले पदार्थों के पकड़े जाने पर टीम को पुरस्कृत करने की तैयारी है। इतना ही नहीं इसमें सूचना देने वाले मुखबिर को भी इनाम दिया जाता है। मुखबिर को पकड़े जाने वाले माल की कुल कीमत का एक निश्चित प्रतिशत दिया जाता है। अब इस इनाम योजना को प्रदेश में भी लागू करने की तैयारी है। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह का कहना है कि एडीटीएफ को लगातार मजबूत किया जा रहा है। विभाग अब इन्हें प्रोत्साहित करने के लिए इनाम देने की योजना भी बना रहा है। जल्द ही इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर लिया जाएगा।