अंकिता को न्याय दिलाने के लिए श्रीनगर में धरना-प्रदर्शन शुरू

श्रीनगर गढ़वाल। अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले के दो माह गुजर जाने के बावजूद अंकिता के परिजनों को न्याय न मिलने पर श्रीनगर में विभिन्न संगठनों और जागरूक नागरिकों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। कहा इस मामले में सरकार व प्रशासन की भूमिका सवालों के घेरे में है। इतने समय बाद भी आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं की गई। उन्होंने ठोस कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। सोमवार को नगर पालिका तिराहे पर धरने में बैठे ऑल इंडिया डीएसओ और ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन के सदस्यों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि इस मामले को दबाने की पूरी कोशिश की जा रही है। जिसे किसी भी हाल में नहीं होने दिया जाएगा। कहा कि अंकिता के लिए जो भी लड़ाई होगी संगठन लड़ने के लिए तैयार रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार अभी तक वीआईपी का नाम तक उजागर नहीं कर पाई है। साथ ही सबूतों को मिटाने के लिए पहले ही रिजॉर्ट को तोड़ा गया और फिर फैक्ट्री में आगजनी कर मामले को रफादफा करने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि अंकिता की मां और पिता को न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। यदि जल्द से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होती है तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगे। इस दौरान डीएसओ और ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन ने हाईकोर्ट नैनीताल के मुख्य न्यायाधीश के नाम अंकिता भंडारी के न्याय के लिए पोस्टकार्ड लिखे। उन्होने कहा कि इन पोस्टकार्ड को जल्द ही न्यायाधीश को भेजा जायेगा। धरने में पहले दिन समाजसेवी अनिल स्वामी, पूजा भंडारी, विजेता सेमवाल, रचना भट्ट, विनीता खण्डूडी, राजदीप बर्त्वाल, मंगला देवी आदि मौजूद रहे।