अंकिता हत्याकांड को लेकर ऋषिकेश से डोईवाला तक आक्रोश की लहर

ऋषिकेश। अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर तीर्थनगरी में आक्रोश फैल गया है। इस हत्याकांड के सामने आने के बाद शनिवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। शनिवार को ऋषिकेश से डोईवाला तक लोगों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग उठाई। शनिवार को कांग्रेस कमेटी ऋषिकेश के कार्यकर्ताओं ने रेलवे मार्ग स्थित कांग्रेस भवन के समक्ष पुतला फूंककर प्रदर्शन किया। महानगर अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत ने कहा कि देवभूमि में 19 वर्षीय अंकिता भंडारी के साथ इस प्रकार की घटना अपने आप में शर्मनाक है। घटना के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि भाजपा राज में बहु-बेटियां सुरक्षित नहीं है। भाजपा नेता के बेटे द्वारा अंकिता भंडारी के साथ की गई इस घटना की जितनी निंदा की जाए, कम होगी। सरकार के दबाव में पुलिस ने भी छह दिनों तक इस मामले में रिपोर्ट नहीं लिखी, जिससे यह पता चलता है कि भाजपा सरकार दोषियों को बचाने का कार्य कर रही है। उन्होंने अंकिता भण्डारी के हत्याकांड का केस फास्ट्रैक कोर्ट में चलाने और दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला, प्रदेश सचिव मदनमोहन शर्मा, उमा ओबरॉय, सरोज देवराड़ी, देवेंद्र प्रजापति, बलराम शाह, मधु जोशी, विवेक तिवारी, हरिओम वर्मा, गोपाल नारंग, पार्षद मनीष शर्मा, मधु मिश्रा आदि उपस्थित रहे।

उधर, मुनिकीरेती कैलाश गेट में ढालवाला कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने हत्याकांड को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। नगर अध्यक्ष महावीर सिंह खरोला ने कहा कि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। आज बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। भाजपा सरकार में अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है। प्रदर्शन करने वालों में जिलाध्यक्ष उत्तम असवाल, प्रेम सिंह नेगी, दिनेश सकलानी, अजय रमोला, बलवंत चौहान, लेखराज भंडारी, राजन बिष्ट, सर्वेंद्र कंडियाल, विक्की प्रजापति, प्रेम मोहन कंडारी, सचिन सेलवान, लक्ष्मण राजभर, अनिता कोटियाल, सरस्वती जोशी, विमला रावत, गब्बर चौहान, सुरेंद्र भंडारी, दयाल सिंह भंडारी, धर्म जोशी आदि उपस्थित रहे।

अंकिता के परिवार को मिले एक करोड़ का मुआवजा
संयुक्त रोटेशन बस अड्डे के बाहर गढ़वाल मंडल टैक्सी चालक एवं मालिक एसोसिएशन ने प्रदर्शन किया और भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। एसोसिएशन अध्यक्ष विजय पाल सिंह रावत ने सरकार से दोषियों को फांसी की सजा देने और अंकिता के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा देने की मांग की।

पुलिस प्रशासन पर भी उठाए सवाल
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने नगर निगम परिसर स्थित इंद्रमणि बडोनी हॉल में बैठक की। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि पौड़ी में जिला और पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से कार्य नहीं कर रहा है। यदि समय रहते जिला प्रशासन मुस्तैदी से काम करता तो अंकिता की जान बच सकती थी। लेकिन पटवारी द्वारा तथ्यों को छिपा कर रखना तथा पुलिस द्वारा समय पर उजागर ना करना भी सवाल खड़े करता है। इस संपूर्ण प्रकरण में पुलिस-प्रशासन भी उत्तरदायी है। जबकि पुलिस को पता था कि पूर्व में भी भाजपा नेता विनोद आर्य का बेटा कई मामलों में संलिप्त है। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन लापरवाही करता रहा। उन्होंने अंकिता भंडारी के हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की। मौके पर वेद प्रकाश शर्मा, डीएस गुसाईं, महंत विनय सारस्वत, गंभीर सिंह मेवाड़, बलवीर सिंह नेगी, विक्रम भंडारी, गुलाब सिंह रावत, भगवती प्रसाद सेमवाल, संजय पोखरियाल, युद्धवीर सिंह चौहान, कुटुंब सिंह बगियाल, हरि सिंह नेगी, राजेंद्र कोठारी, सत्य प्रकाश जखमोला, हुकम पोखरियाल, उषा रावत, शकुंतला नेगी, जयंती नेगी, विश्वेश्वरी मनोरी, ऋषि रावत, मानस रावत, दीप नेगी आदि उपस्थित रहे।

कैंडल मार्च निकाल अंकिता के हत्यारों को फांसी देने की मांग
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नकरौंदा से बालावाला शिव मंदिर तक कैंडल मार्च निकालकर अंकिता भंडारी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने भाजपा सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई और अंकिता हत्याकांड के आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की। कैंडल मार्च में कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष गौरव सिंह, बुद्धदेव सेमवाल, रोहित पांडेय, हरप्रीत सिंह, बलवीर सिंह, विनेश वर्मा, प्रवीण भंडारी, गीता नेगी, रेखा बहुगुणा, राकेश बहुगुणा, राज किशोरी बिष्ट, हेमा बिष्ट, हेमा बुटोला, सस्वती मेहरा, कमला जोशी, रजनी गुसाईं, दिनेश गैरोला, रोशनी गैरोला, प्रभा चौहान, चंपा बिष्ट, मुन्नी देवी, बिना बर्थवाल, गीता रावत, अनीता बिष्ट, सुलोचना चौहान, प्रतिभा भगवानी, जयंती देवी, पूनम मौर्य, रेखा नेगी, संगीता रावत, उषा नेगी, माला देवी, कुमकुम देवी, अंजू देवी, पूजा देवी, शकुंतला, विमला, सीता नेगी, आरती भट्ट, पूनम नेगी आदि शामिल रहे।