अमन के संस्थापक सदस्य अनिल चौधरी के निधन पर शोक जताया

अल्मोड़ा। देशभर के सामाजिक आंदोलनों से जुड़े वरिष्ठ कार्यकर्ता और अमन संस्था के संस्थापक सदस्य अनिल चौधरी का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। दिल्ली के एक अस्पताल में उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में एक गहरी रिक्तता महसूस की जा रही है। अनिल चौधरी एक विचारशील और प्रतिबद्ध कार्यकर्ता के रूप में देशभर में जाने जाते थे। उनके पास विश्लेषण की अद्वितीय क्षमता और सामाजिक बदलाव के प्रति गहरी प्रतिबद्धता थी, जिसने उन्हें व्यापक सामाजिक हलकों में विशिष्ट पहचान दिलाई। वे केवल एक प्रशिक्षक नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रिया को गहराई से समझने और उसमें भागीदारी के रास्ते खोजने वाले मार्गदर्शक थे। उनकी स्मृति में मंगलवार को अमन कार्यालय, अल्मोड़ा में एक शोकसभा आयोजित की गई, जिसमें उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वक्ताओं ने कहा कि अनिल चौधरी दक्षिण एशिया में सहभागी प्रशिक्षण की पहल करने वालों में अग्रणी रहे। उनकी प्रशिक्षण शैली, स्पष्ट दृष्टिकोण और जनपक्षधर सोच ने हजारों सामाजिक कार्यकर्ताओं को प्रभावित किया और सामाजिक सरोकारों को समझने की नई दृष्टि दी। शोकसभा में वक्ताओं ने यह भी कहा कि वर्तमान समय में, जब सामाजिक और लोकतांत्रिक चुनौतियां बढ़ रही हैं, अनिल चौधरी के विचार, उनकी ऊर्जा और लोगों के प्रति उनका अटूट विश्वास, हम सभी को प्रेरणा देता रहेगा। उनका जीवन इस बात का प्रमाण है कि कैसे प्रतिबद्धता और संवेदनशीलता के साथ समाज में सार्थक हस्तक्षेप किया जा सकता है। श्रद्धांजलि सभा में अमन संस्था के प्रमुख रघु तिवारी, नीलिमा भट्ट, नीमा कांडपाल, तनुजा आगरी, मना खत्री, जगदीश, प्रमोद जोशी समेत संस्था से जुड़े अनेक सहयोगी आदि मौजूद रहे।

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