अगस्त्यमुनि में हुआ जिला योगासन प्रतियोगिता का आयोजन

रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग जिला योगासन स्पोर्ट्स एसोसियेशन द्वारा तृतीय जिला योगासन चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया। खेल मैदान अगस्तयमुनि में इण्डोर स्टेडियम में हुई चैम्पियनशिप में नौ विद्यालयों के 130 से अधिक बच्चों ने योग में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता को उद्घाटन करते हुए रिन्यू पावर के परियोजना प्रबन्धक सुधांशु शर्मा ने कहा कि योग जीवन जीने की कला है। योग का उद्देश्य जीवन का शारीरिक, मानसिक, नैतिक, आध्यात्मिक व सामाजिक विकास करना है। अति विशिष्ट अतिथि सीजेएम राजेश कुमार व्यास ने कहा कि योग शारीरिक व्यायाम, शारीरिक मुद्रा (आसन), ध्यान, सांस लेने की तकनीकों और व्यायाम को जोड़ता है। विशिष्ट अतिथि डिप्टी सीएमओ डॉ. विमल गुसाईं ने कहा कि योग हमारे शरीर को निरोग रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिला योगासन एसोसियेशन के जिलाध्यक्ष देवकीनन्दन बमोला ने बताया कि प्रतियोगिता में परम्परागत योगासन, कलात्मक योगासन, तालबद्ध योगासन का प्रदर्शन होगा। जो कि पुरूष तथा महिला वर्ग के तीन वर्गों 9 से 14 वर्ष, 14 से 18 वर्ष तथा 18 वर्ष से अधिक में एकल एवं युगल वर्ग में आयोजित होंगी। सचिव आशीष बर्त्वाल ने बताया कि प्रतियोगिता में जवाहर नवोदय विद्यालय, एमएल पब्लिक स्कूल गुप्तकाशी, डॉ. जैक्सवीन पब्लिक स्कूल गुप्तकाशी, अतुल मॉडल पब्लिक स्कूल तिलवाड़ा, केदार वैली स्कूल तिलवाड़ा, चिल्ड्रन एकेडमी स्कूल अगस्त्यमुनि, केन्द्रीय विद्यालय, योग आश्रम तुलंगा, पीजी कालेज आदि विद्यालयो ंके 130 से अधिक बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका में शिवदर्शन नेगी, विनोद राणा, मीना राणा, रूचि तथा पूजा रहीं। इससे पूर्व अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर बाबा केदारनाथ दास सेवा मण्डल के अध्यक्ष चन्द्रसिंह नेगी के सहयोग से अतिथियों ने खेल परिसर में पारिजात का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसोसियेशन के संरक्षक कृपाल सिंह पंवार ने की तथा संचालन देवकी नन्दन बमोला ने किया। इस अवसर पर जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य केएस दिगारी, राबाइका अगस्त्यमुनि की प्रधानाचार्या रागनी नेगी, सामाजिक कार्यकर्ता अर्जुन गहरवार, गंगाराम सकलानी सहित विभिन्न विद्यालयों के योग शिक्षक एवं छात्र छात्रायें मौजूद रही।