अधिवक्ता हत्याकांड की उलझती जा रही गुत्थी

रुडक़ी। अधिवक्ता हत्याकांड की गुत्थी उलझती ही जा रही है। परिजनों के अलावा शक के दायरे में आए लोगों से पुलिस कई बार की पूछताछ कर चुकी है। पर पुलिस के हाथ अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं लगे हैं। एडवोकेटस एसोसिएशन ने भी हत्याकांड का जल्द खुलासा करने की मांग की है। गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के पुरानी तहसील स्थित राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय परिसर में अधिवक्ता राव उस्मान का आवास है। नौ जून की रात करीब दस बजे परिसर में टहलते वक्त उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए थे। टांडा भनेड़ा कोतवाली मंगलौर निवासी भाई लुकमान की तहरीर पर पहली पत्नी गुलशना आरा, डॉ. साबिर रहमान, मरियम और सैय्यद बिलाल उर्फ शैंकी निवासी रुडक़ी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। हत्याकांड के बाद पुलिस ने परिजनों से पूछताछ शुरू कर दी थी। शक के दायरे में आए लोगों को भी पुलिस खंगाल चुकी है। लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली है। बदमाशों के बारे में भी कोई अहम सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है। एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि अधिवक्ता हत्याकांड के खुलासे के प्रयास जारी है। गंगनहर कोतवाली पुलिस और सीआईयू की टीम लगातार काम कर रही है।