
नालियों के चैंबर और ढक्कनों को ठीक करने की कोटद्वार निगम का प्रशासन जहमत नहीं उठा रहा है, जिससे मार्गों पर क्षतिग्रस्त हुए चैंबर दुर्घटना के सबब बने हुए हैं। नगर निगम प्रशासन की लापरवाही के चलते आमपड़ाव, जौनपुर, गाड़ीघाट समेत कई इलाकों में वर्तमान में नालियों के चैंबर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। हालत यह है कि कर्मचारियों ने चैंबर फंसाने के लिए उसके आसपास छोटे-छोटे पत्थर लगाए हुए हैं। इस स्थिति में यदि किसी पैदल चलने वाले का पैर इसमें पड़ता है तो वह नाली के अंदर भी गिर सकता है। पूर्व में कई बार इस चैंबर की चपेट में आने से दोपहिया वाहन चालक भी घायल हो चुके हैं। स्थानीय निवासी जगमोहन सिंह, कुलदीप रावत, मनोज, जगतराम, शुभम आदि कहना है कि शहर भर में नालियों के चैंबर क्षतिग्रस्त हो रखे हैं। जिनकी चपेट में आने से आए दिन वाहन चालक घायल होते रहते हैं। वहीं रात्रि के समय क्षतिग्रस्त चैंबर न दिखने की वजह से दुर्घटना की संभावना कई गुना बढ़ जाती है, लेकिन शासन-प्रशासन इस ओर ध्यान देने की जहमत नहीं उठा रहा है, जिस कारण यह समस्या लंबे समय से जस की तस बनी हुई है। उन्होंने शासन-प्रशासन से शीघ्र चैंबरों की मरम्मत कराये जाने की मांग की है।



