मांगों पर कार्रवाई नहीं होने से एनएचएम कर्मी भड़के, प्रदर्शन
रुद्रपुर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन के आह्वान पर ऊधमसिंह नगर एनएचएम यूनियन के करीब 400 कर्मी पूर्ण कार्य बहिष्कार पर रहे। इसमें जिला चिकित्सालय, उप जिला चिकित्सालय, सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सीएमओ कार्यालय, टीबी और एनसीडी क्लीनिक के सभी कर्मियों ने मांगे पूरी करने के लिए नारेबाजी की।
मंगलवार को धरन प्रदर्शन के दौरान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुनील भंडारी ने बताया कि एनएचएम कर्मियों के ग्रेड वेतनमान का प्रस्ताव शासन में लंबित पड़ा है। इससे कार्मिकों के मन में निराशा, असंतोष और रोष व्याप्त है। 17 साल से प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए विभिन्न कार्यक्रमों में सेवाएं दी जा रही हैं। जहां एक ओर कोविड महामारी की रोकथाम में अपनी जान की परवाह किए बिना कार्मिकों ने दिन रात कार्य किया जा रहा है। इस दौरान कई कार्मिक कोरोना से ग्रसित भी हुए है फिर भी वह अपनी सेवाओं से पीछे नहीं हटे और पूर्ण निष्ठा से अपने दायित्वों का निर्वहन किया। वहीं दूसरी ओर शासन और सरकार ने एनएचएम कर्मियों की मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि एनएचएम कर्मियों का शासन स्तर से लंबित ग्रेड वेतनमान का प्रस्ताव को प्रस्तावित बैठक में लाया जाए और एनएचएम में आउटसोर्सिंग से भर्ती प्रक्रिया अविलंब समाप्त की जाए। उन्होंने बताया कि सात से नौ दिसंबर तक कार्य बहिष्कार करेंगे। यदि शासन स्तर पर किसी भी प्रकार की वार्ता अथवा समाधान नहीं निकाला जाता है तो सभी कर्मी 10 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इस मौके पर हर सिंह रावत, अर्चना उनियाल, मनोज आर्या समेत तमाम लोग मौजूद रहे।