नथुआखान के रहने वाले जितेंद्र बिष्ट ने जड़ी बूटियों से किया नैनीताल का नाम रोशन
नैनीताल जिले के नथुआखान के रहने वाले जितेंद्र बिष्ट और उनका परिवार पिछले 15 सालों से जड़ी बूटियों की खेती करने के साथ उनसे उत्पाद भी बना रहा है। इस साल कोरोना महामारी के कारण बिष्ट परिवार की ये मेहनत अब प्रवासियों के लिए भी वरदान साबित हो रही है।
गांव वापसी कर रहे युवा उनके पास से पौधे और अनुभव ले जाकर हर्बल खेती के जरिए अपनी आजीविका को मजबूत कर रहें है। जड़ी बूटियों की खेती कर रहे जितेंद्र बिष्ट को अपने इस काम में अपनी पत्नी का भी भरपूर सहयोग मिला। रमा बिष्ट का कहना है कि उनके इस प्रयास में सरकारी योजनाओं ने भी हर कदम पर उन्हें प्रोत्साहित किया। जितेंद्र बिष्ट के बनाये जूस और हर्बल चाय की मांग देश के कोने कोने में होने लगी है। उनके बनाए उत्पाद अब ऑनलाइन भी बिकने लगे हैं जो युवाओ के लिए प्रेणना स्त्रोत है।
स्थानीय लोग भी जितेंद्र बिष्ट की इस पहल की खूब सराहना कर रहें है। घर वापसी कर चुके युवाओं का भी मानना है कि हर्बल खेती एक बेहतर विकल्प है। इस विकल्प को अपनाकर आजीविका को अैार भी बेहतर किया जा सकता है। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने भी प्रवासियों के लिए लाई गई सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रगतीशील खेती को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय लोग अब अपने प्रवासी भाई-बहनों की हर संभव मदद भी कर रहें है।