
पिथौरागढ़। बिच्छू घास में बैठकर न्याय मांग रहे मनोज का कोटगाड़ी मंदिर में 5वें दिन भी धरना जारी रहा। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार उनकी अनदेखी कर रही है। सोमवार को मनोज ने कहा कि वह प्राण त्याग देगा, लेकिन नौकरी से पहले यहां से धरना समाप्त नहीं करेगा। कड़ाके की ठंड में धरने में बैठे इस युवा को काफी परेशानी का सामाना करना पड़ रहा है। पुलिस ने 2010 में किसी अज्ञात व्यक्ति की तरफ से फोन पर पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में बिना जांच-पड़ताल किये जेल भेज दिया था। 2017 में वह न्यायालय से दोषमुक्त हो गया है। उसने कहा जब उसे बिना अपराध के जेल भेजा गया तो अब सरकार उसे नौकरी दे। यहां सीमांत यूथ मोर्चा ने भी उसका समर्थन किया है। कहा कि सरकार को इस युवा का दर्द समझना चाहिए। किसी बेगुनाह को जेल भेजने वाली पुलिस को मनोज के जीवन को संवारने के प्रयास करने चाहिए। कहा कि पुलिस केवल अपना चेहरा चमकाने के लिए अभियान न चलाए। ऐसे लोगों की असल मदद के लिए भी पहल करे।





