स्वीट्स के बाद अब खाने का स्वाद करेगा बीबीएन के लोगों को दीवाना

जनता रस्टोरेंट का विधिवत शुभारंभ, 17 साल से मनवा रहे हैं स्वाद और गुणवत्ता लोहा
बीबीएन की जनता के साथ-साथ उद्योगों का भी जीता है विश्वास
आरएनएस सोलन (बद्दी):
बीबीएन में अगर स्वाद और गुणवत्ता की मिठाई खरीदनी हो तो बस जुबान पर पहला नाम आता है रामदेव स्वीटस और जनता स्वीट्स। कचौरी से लेकर ढोकला और बर्फी से लेकर राजस्थानी मिठाईयों में रामदेव स्वीट्स और जनता स्वीट्स को आज तक कोई टक्कर नहीं दे पाया। वर्ष 2002 में प्रदेश को मिले औद्योगिक पैकेज के बाद बीबीएन अस्तित्व में आया। जबकि वर्ष 2004 में रामदेव स्वीट्स ने अपने कदम बीबीएन में रखे और आज 17 साल से वह अपने स्वाद और क्वॉलिटी के चलते लोगों के दिलों पर राज करते हैं।
आज स्वीट्स के साथ साथ रामदेव स्वीट की ब्रांच जनता स्वीट्स में रेस्टोरेंट की शुरूआत भी कर दी गई। अब लोगों को बसंती बाग स्थित जनता रेस्टोरेंट में शुद्धता और स्वाद के साथ खाना भी परोसा जाएगा। रामदेव स्वीट्स की चार ब्रांच पहली साईं रोड़ पर पुरानी सब्जी मंडी में, दूसरी जनता स्वीट्स बसंती बाग, तीसरी हाऊसिंग बोर्ड और चौथी रोपड़ रोड़ नालागढ़ में चल रही है। गुणवत्ता और स्वाद के साथ साथ किसी भी काम को स्टैंड करने के लिए व्यवहार अत्याधिक मायने रखता है। ऐसे में रामदेव स्वीट के तीनों भाईयों की बोलवाणी और व्यवहार भी हमेशाा ग्राहकों को बार बार आने पर मजबूर करता है। लोगों के दिलों में जगह बनाने के साथ साथ उद्योगों में भी रामदेव स्वीट्स की एक अलग पहचान है। जिसके चलते बीबीएन के बड़े बड़े औद्योगिक समूह रामदेव स्वीट्स की सेवाएं लेते हैं। रामदेव स्वीट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर ओम प्रकाश गहलोत ने बताया कि उनका मकसद लोगों को शुद्ध और गुणवत्ता से भरपूर उत्पाद उपलब्ध करवाना है। गुणवत्ता से कभी समझौता नहीं किया गया जिसके चलते आज लोगों का उन पर विश्वास है। उन्होंने बताया कि अब बसंती बाग में जनता रेस्टोरेंट का शुभारंभ भी कर दिया गया है जहां लोगों के लिए हाईजैनिक फूड और सब तरह के व्यंजन उपलब्ध रहेंगे। इस मौके पर ओम प्रकाश गहलोत, बग्गा राम, निम्मा राम, नरेंद्र, महेंद्र, लक्ष्मण, श्रवण, देवेंद्र यादव, वर्धमान से मोहन झागरा, अमित पाठक, दून भाजपा मंडल अध्यक्ष बलबीर ठाकुर, पूर्व पार्षद संदीप सचदेवा, करण शर्मा, तुलसा राम चौधरी, राजू राम चौधरी समेत भारी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे।