जानलेवा चीड़ वृक्षों को काटने एवं सड़क मार्ग को दुरूस्त करने की जन अधिकार मंच ने की मांग

अल्मोड़ा। नगर क्षेत्र के वार्ड लक्ष्मेश्वर में अल्मोड़ा ताकुला बागेश्वर राष्ट्रीय राजमार्ग में दो माह पूर्व भारी वर्षा से पहाड़ी दरकने से सड़क मार्ग के क्षतिग्रस्त होने एवं भूस्खलन से पहाड़ी पर स्थित एक दर्जन चीड़ के वृक्षों के सड़क की ओर झुकने से कभी भी बड़ी दुर्घटना के भय को देखते हुए अल्मोड़ा जन अधिकार मंच के संयोजक त्रिलोचन जोशी के नेतृत्व में क्षेत्र के पालिका सभासद अमित साह मोनू, मनोज सनवाल, त्रिभुवन पन्त आदि के शिष्टमण्डल ने जिलाधिकारी वन्दना सिंह से मुलाकात कर उक्त क्षेत्र में जानलेवा दुर्घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र से चीड़ वृक्षों को तत्काल काटने एवं क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग की सुरक्षा दीवार ऒर पैराफिटों का शीघ्र निर्माण करवाने का ज्ञापन सौंपा।

शिष्टमण्डल ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि उक्त क्षेत्र में भूस्खलन हुए दो माह से ज्यादा वक्त बीत चुका हैं। सड़क मार्ग की ओर पहाड़ी से झुके विशाल चीड़ वृक्षों की जड़ों से भूस्खलन होकर जड़ें दिख रही हैं। उक्त स्थल के पेड़ कभी भी तेज वर्षा एवं आपदा में सड़क मार्ग पर गिर सकते हैं। जिससे कभी भी बड़ी जानलेवा दुर्घटना हो सकती हैं। शिष्टमण्डल ने बताया कि पूर्व में भी राष्ट्रीय राजमार्ग ऒर वन विभाग एंव जिला प्रशासन से खतरे को देखते हुए पेड़ों को काटने की मांग की जा चुकी हैं लेकिन विभागीय उदासीनता से अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पायी है। जबकि उक्त व्यस्ततम सड़क मार्ग भूस्खलन एवं सड़क की दीवार क्षतिग्रस्त होने से काफी संकरा हो गया है और दिन में अनेक बार वाहनों के दवाब के कारण जाम भी लग रहा है। जिस कारण कभी भी तेज वर्षा एवं आपदा से विशालकाय पेड़ गिरकर बड़ी जानमाल की हानि कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने तत्काल दूरभाष पर संबधित अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्र में जाने के निर्देश देकर उक्त समस्या का समाधान करने को कहा। उन्होंने शिष्टमण्डल को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही जनहित में समस्या का निदान हो जायेगा।