रोडवेज कर्मियों ने चेताया, मांगें नहीं मानी तो कार्यबहिष्कार

ऋषिकेश। बिजली कर्मियों की हड़ताल के बाद अब रोडवेज कर्मचारियों का पारा चढ़ गया है। तीन साल से एक ही पटल पर कार्यरत कर्मचारियों के पटल परिवर्तन समेत 14 सूत्रीय मांगों को लेकर रोडवेज कर्मियों ने निगम प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारियों ने धरना देते हुए 24 घंटे के अंदर मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही न होने पर कार्यबहिष्कार की चेतावनी दी है। आंदोलन हुआ तो दिल्ली समेत अन्य रूटों की बस सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तराखंड की ऋषिकेश शाखा के रोडवेज कर्मचारी मंगलवार को संयुक्त यात्रा रोडवेज बस अड्डा परिसर में एकत्रित हुए।
ऋषिकेश रोडवेज डिपो प्रबंधन पर लंबित मांगों पर हठधर्मिता का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया। एक दिवसीय धरने पर बैठे रोडवेज कर्मियों ने एक स्वर में कहा कि कर्मियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पटल परिवर्तन से संबंधित प्रक्रिया जल्द अमल में लायी जाए। नई ई-टिकटिंग मशीन परिचालकों को उपलब्ध करायी जाए, जिससे परिवहन निगम की आय में वृद्धि की जा सके। खराब ई-टिकटिंग मशीन के चलते रास्ते से सवारी नहीं बिठा पा रहे हैं। शाखा अध्यक्ष जगदीश कुमार ने दून रोड स्थित कार्यशाला में स्थापित डीजल पंप शुरू करने, पांच महीने का बकाया वेतन, कुंभ मेला भत्ता भुगतान आदि मांगों पर कार्रवाई की मांग उठाई। बुधवार तक समाधान न होने पर गुरुवार से कार्यबहिष्कार की चेतावनी दी है। धरना प्रदर्शन में शाखा मंत्री प्रदीप कुमार, भुवन सेमवाल, ओमपाल मलिक, नवीन तिवाड़ी, सतीश तिवाड़ी, आशु कुकरेती, आकाश गुप्ता, मुकेश बिष्ट, शिवराज सिंह, चंदन सिंह, दिनेश कुमार, पंकज असवाल, अरमान अली, राजेंद्र कुमार, दौलत सिंह, धनंजय रतूड़ी,सहदेव सिंह, रवि कुमार, मदनपाल आदि शामिल रहे।