
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में कोरोना मरीजों की देखभाल में लगे और ग्राउंड जीरो पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारियों (फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स) ने आज से काला फीता बांध कर काम करना शुरू कर दिया है। आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का इसके पीछे यह तर्क है कि उन्हें पिछले 2 महीने से वेतन नहीं मिला है और उन्होंने सीएम को अपनी समस्याओं से अवगत कराया और ज्ञापन भी दिया। ज्ञापन के माध्यम से स्वास्थ्य कर्मियों ने समय पर वेतन ना मिलने की शिकायत की। उन्होंने बताया की उनका AVSM आउटसोर्सिंग कंपनी, पीआरडी व उपनल के जरिए मेडिकल कालेज अल्मोड़ा में विभिन्न पदों पर चयन हुआ। लगातार एक साल से सभी कर्मचारी दिन रात कार्य कर रहे हैं परंतु कर्मचारियों का कोई जीवन बीमा नहीं हुआ है और समय पर वेतन ना मिलने उन्हें कई समस्याओं से भी गुजरना पड़ता है। कर्मचारियों ने वेतनमान को बढ़ाने का और अपनी नियुक्ति को विभागीय तौर पर संविदा में करने को कहा है। आउटसोर्सिंग नर्सिंग ऑफिसर रजनीश तिवारी ने कहा की कोरोना की इस विपरीत परिस्थितियों में उन्हें अपनी मांगों को मनवाने के लिए हड़ताल या आंदोलन का रास्ता उचित नहीं लगा जिससे की आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता क्योंकि पहले से ही स्टाफ की कमी है तो इसलिए हम सांकेतिक विरोध करते हुए काली पट्टी बांध कर काम करेंगे। उन्होंने यह भी बताया की जब तक उनकी मांगे मान नही ली जाती हैं वह इसी प्रकार से अपना विरोध करेंगे और सभी मरीजों की सेवा भी करेंगे।
काला फीता बांध कर विरोध जताने वालों में रजनीश तिवारी, आशीष तिवारी, कामेश गोस्वामी, हिमांशु जोशी, गौरव कुमार, वंदना चौङीया, कमलेश मिश्रा, पूजा फुलरा, रेनु सतवाल, शिवानी जोशी, सुष्मिता, किशन चन्द्रा, वंदना लुईस आदि सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारी मौजूद रहे।